धर्मशाला: जहरीले तेल ने हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में एक ही परिवार के 4 लोगों की जान ले ली. जी, हां मामला विकास खंड धर्मशाला घियाणा कला पंचायत का है जहां एक परिवार की हालत खाना खाने के बाद बिगड़ गई. सभी सदस्यों को अस्पताल तो पहुंचाया गया, लेकिन फिर भी चारों लोगों की मौत हो गई. घटना बीते 30 जुलाई की है.
जानकारी के मुताबिक परिवार के सदस्यों ने जैसे ही खाना खाया उनकी तबीयत बिगड़ने लगी. परिवार के सदस्यों को इलाज के लिए जोनल अस्पताल धर्मशाला पहुंचाया गया. जहां पर उनकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें टांडा रेफर कर दिया था. टांडा मेडिकल कॉलेज में उपचार लेने के बाद परिवार के सदस्यों को घर भेज दिया गया था, लेकिन 31 जुलाई को परिवार के सभी सदस्य फिर से बीमार हो गए और सभी को गंभीर हालत में एक बार फिर से टांडा अस्पताल पहुंचाया गया जहां पर अशनील कुमार और उनकी पत्नी सुमन देवी की गंभीर हालात को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें लुधियाना रेफर कर दिया, लेकिन बीच रास्ते में ही अशनील कुमार की मौत हो गई.
वहीं, उनकी पत्नी सुमन देवी का लुधियाना के अस्पताल में उपचार चलता रहा, लेकिन कुछ दिनों बाद हालात में सुधार न होता हुआ देख लुधियाना अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें वापस टांडा मेडिकल अस्पताल भेज दिया. जहां पर सुमन देवी ने 15 अगस्त को दम तोड़ दिया इसके साथ ही परिवार के तीसरे सदस्य महिंद्र सिंह ने भी 16 अगस्त को दम तोड़ दिया, जबकि परिवार के चौथे सदस्य की 18 अगस्त को मौत हो गई, लेकिन अब इस पहेली को फॉरेंसिक लैब की टीम ने सुलझा लिया है.
रसोई घर में इस्तेमाल होने वाला तेल बना मौत की वजह: फॉरेंसिक लैब से आई प्रारंभिक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि विकासखंड धर्मशाला की घियाणा कलां पंचायत में एक ही परिवार के चार लोगों की हुई मौत के मामले में रसोई घर में प्रयोग होने वाले खाद्य तेल में जहर के लक्षण पाए गए हैं.
वहीं, इस मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा ने बताया कि फॉरेंसिक लैब से आई प्रारंभिक रिपोर्ट में खाद्य तेल और उसमें उस बने अन्य पदार्थों में जहर के नमूने पाए गए हैं. तेल में यह जहर कहां से और कैसे आया अब इसकी जांच पड़ताल पुलिस द्वारा की जा रही है. वहीं, मौत के असली कारणों का पता अंतिम रिपोर्ट के बाद ही आएगा. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और जल्द ही इस पहेली को भी पुलिस द्वारा सुलझा लिया जाएगा.