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Dharamshala: भारी बारिश से जल शक्ति विभाग को ₹88 करोड़ का नुकसान, 198 वाटर सप्लाई योजना बहाल

भारी बारिश के कारण जल शक्ति विभाग धर्मशाला को 88 करोड़ का नुकसान हुआ है. सिंचाई की 50 योजनाएं प्रभावित हुई थी, जिनमें से 12 अभी बंद पड़ी हैं. विभागीय स्टाफ प्राथमिकता के आधार पर पेयजल योजनाओं को रिस्टोर करने में लगा हुआ है. गौरतलब है कि जल शक्ति विभाग के सर्कल धर्मशाला के अंतर्गत 450 वाटर सप्लाई, 155 सिंचाई योजनाएं और 7 सीवरेज योजनाएं आती हैं.

Jal Shakti Dept 88 crore loss in himachal floods
जल शक्ति विभाग के धर्मशाला सर्कल के अधीक्षण अभियंता दीपक गर्ग का बयान
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Published : Jul 16, 2023, 5:22 PM IST

198 वाटर सप्लाई योजना बहाल

धर्मशाला: हिमाचल में पिछले सप्ताह हुई भारी बारिश के चलते जल शक्ति विभाग के सर्कल धर्मशाला में 198 पेयजल स्कीमें डैमेज हो गई थी, जिन्हें रिस्टोर कर दिया गया है. इनमें से कुछ आंशिक रूप से रिस्टोर की गई हैं. जहां स्कीमें आंशिक तौर पर रिस्टोर हुई हैं, उन क्षेत्रों में पहले 2 घंटे पानी दिया जा रहा था, वहां अब डेढ़ घंटे पानी दिया जा रहा है. जल शक्ति विभाग के धर्मशाला सर्कल के अधीक्षण अभियंता दीपक गर्ग ने बताया कि धर्मशाला शहर की बात करें तो 75 फीसदी स्कीमें रिस्टोर कर दी गई हैं. एक ग्रेविटी मेन बचती है, जिसे एक-दो दिन में रिस्टोर कर दिया जाएगा.

8 लोगों की विशेष टीमें हर समय तैयार: बरसात में पाइपों के बहने से किसी तरह की समस्या न आए, इसके लिए हर डिवीजन और सब-डिवीजन में टीमें 24 घंटे के लिए तैयार रखी है. दीपक गर्ग ने बताया टीम में 7 से 8 आदमी होते हैं, जिनमें फिटर, बेलदार और अन्य स्टाफ होते हैं. उन्हें इक्यूपमेंट उपलब्ध करवाए गए हैं. साथ ही पाइप और फिटिंग का स्टॉक भी रखा गया है. कई जगहों पर फ्लेक्सीवल पाइप भी रखने पड़ते हैं. क्योंकि यदि तत्काल जीआई पाइप डालना संभव न हो तो फ्लेक्सीवल पाइप के माध्यम से स्कीम को रिस्टोर किया जा सके.

टैंकों की होती है सुपर क्लोरीनेशन: दीपक गर्ग ने बताया कि बरसात के दौरान जिस तरह जल जनित रोगों की संभावना बनी रहती है. ऐसे में लोगों को खराब पेयजल से कोई समस्या न हो, इसके लिए बरसात से पहले इन वाटर टैंक की सुपर क्लोरीनेशन की जाती है. पानी को कीटाणुओं से बचाने के लिए जो क्लोरीनेशन की प्रक्रिया रूटीन में रहती है, उसे डबल कर दिया जाता है, जिसे सुपर क्लोरीनेशन कहा जाता है.

ये भी पढ़ें: आपदा में इनके जज्बे को सैल्यूट: कहीं पोकलेन पर चढ़, कहीं उफनती खड्डों को पार कर जनता तक पानी पहुंचाने का प्रयास

198 वाटर सप्लाई योजना बहाल

धर्मशाला: हिमाचल में पिछले सप्ताह हुई भारी बारिश के चलते जल शक्ति विभाग के सर्कल धर्मशाला में 198 पेयजल स्कीमें डैमेज हो गई थी, जिन्हें रिस्टोर कर दिया गया है. इनमें से कुछ आंशिक रूप से रिस्टोर की गई हैं. जहां स्कीमें आंशिक तौर पर रिस्टोर हुई हैं, उन क्षेत्रों में पहले 2 घंटे पानी दिया जा रहा था, वहां अब डेढ़ घंटे पानी दिया जा रहा है. जल शक्ति विभाग के धर्मशाला सर्कल के अधीक्षण अभियंता दीपक गर्ग ने बताया कि धर्मशाला शहर की बात करें तो 75 फीसदी स्कीमें रिस्टोर कर दी गई हैं. एक ग्रेविटी मेन बचती है, जिसे एक-दो दिन में रिस्टोर कर दिया जाएगा.

8 लोगों की विशेष टीमें हर समय तैयार: बरसात में पाइपों के बहने से किसी तरह की समस्या न आए, इसके लिए हर डिवीजन और सब-डिवीजन में टीमें 24 घंटे के लिए तैयार रखी है. दीपक गर्ग ने बताया टीम में 7 से 8 आदमी होते हैं, जिनमें फिटर, बेलदार और अन्य स्टाफ होते हैं. उन्हें इक्यूपमेंट उपलब्ध करवाए गए हैं. साथ ही पाइप और फिटिंग का स्टॉक भी रखा गया है. कई जगहों पर फ्लेक्सीवल पाइप भी रखने पड़ते हैं. क्योंकि यदि तत्काल जीआई पाइप डालना संभव न हो तो फ्लेक्सीवल पाइप के माध्यम से स्कीम को रिस्टोर किया जा सके.

टैंकों की होती है सुपर क्लोरीनेशन: दीपक गर्ग ने बताया कि बरसात के दौरान जिस तरह जल जनित रोगों की संभावना बनी रहती है. ऐसे में लोगों को खराब पेयजल से कोई समस्या न हो, इसके लिए बरसात से पहले इन वाटर टैंक की सुपर क्लोरीनेशन की जाती है. पानी को कीटाणुओं से बचाने के लिए जो क्लोरीनेशन की प्रक्रिया रूटीन में रहती है, उसे डबल कर दिया जाता है, जिसे सुपर क्लोरीनेशन कहा जाता है.

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