धर्मशाला: प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में 23 फीसदी कमी आई है. सड़क दुर्घटनाओं के चलते होने वाली मौतों में भी 23 फीसदी और घायलों की संख्या में 36 फीसदी कमी दर्ज की गई है. महिलाओं व बच्चों के प्रति अपराध की संख्या में भी 20 से 25 फीसदी कमी प्रदेश में आई है. प्रदेश पुलिस ने एक मुहिम चलाई थी, जिसके तहत 414 गुमशुदा महिलाओं व बच्चों को उनके घर पहुंचाया गया है. इनमें 91 के लगभग बच्चे थे और 250 के करीब महिलाएं थी. इस मुहिम को साल में दो माह चलाने को कहा गया है, एक बार जनवरी माह में, जबकि दूसरा मानसून के बाद.
नशे पर शिकंजा कसा
नशे के खिलाफ शिकंजा कसते हुए प्रदेश पुलिस ने करोड़ों की हेरोइन पकड़ी है तथा नशे के साथ नकदी, सोना, चांदी और गाडिय़ां भी जब्त की जा रही हैं. नशे का कारोबार करके अवैध रूप से संपत्तियां बनाने वाले तस्करों की संपत्तियां जब्त करने का सिलसिला भी चल रहा है. साइबर क्राइम की शिकायतें बढ़ी हैं. वर्तमान में प्रदेश में एक साइबर पुलिस थाना है, सरकार से इसे बढ़ाने का मामला उठाया गया है.
सीसीटीएन में मिला अवार्ड, आईसीजेएस पर चल रहा कार्य
क्रिमिनल, क्राइम, ट्रैकिंग नेटवर्किंग सिस्टम (सीसीटीएन)पुलिस थाना का बेसिक कार्य है, इसमें प्रदेश को नेशनल अवार्ड मिला है और इसमें पहाड़ी राज्यों में हिमाचल नंबर वन आया है. इंटेग्रेटिड क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम (आईसीजेएस) पर काम चल रहा है, इसमें अभी हिमाचल पीछे हैं, लेकिन सीएम जयराम ठाकुर ने इसे टॉप पर लाने की बात कही है. इसमें पुलिस, प्रोसीक्यूशन, जेल, ज्यूडिशरी सब इंटीग्रेट हो जाएंगे. प्रदेश पुलिस ने कोरोना काल में बेहतर काम किया है, 9 माह से पुलिस फोर्स काम कर रही है. कोरोना काल में सख्ती न करते तो न जाने कोरोना का स्वरूप क्या होता.
डीजीपी ने बताई नए साल में प्रदेश पुलिस की 10 प्राथमिकताएं
प्रदेश पुलिस ने वर्ष 2021 के लिए अपनी दस प्राथमिकताएं तय की हैं. जिन पर सभी के सहयोग से कार्य किया जाएगा. यह जानकारी देते हुए डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि प्रदेश भर में 70 हजार सीसीटीवी कैमरा स्थापित करना प्रमुख रहेगा. वहीं ड्रोन से सभी जिलों में लॉ एंड ऑर्डर, माइनिंग नशीले पदार्थों का पता लगाना, बॉडी वोर्न कैमरों की व्यवस्था करना रहेगा. महिलाओं प्रति अपराध दर में कमी लाना, अपहरण की घटनाओं वाले क्षेत्रों पर फोकस करना, घरेलू हिंसा और गृहणियों द्वारा आत्महत्या के मामलों में कमी लाना, प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए आईटीएमएस को सभी जिलों में सुनिश्चित करना, नशे पर लगाम लगाना प्राथमिकता रहेगी.
इसके साथ ही हेरोइन तस्करी की ड्राइव को बढ़ाना, ऐसे मामलों को पकड़ने के लिए संपर्क समझना और वित्तीय जांच करना, सीसीटीएनएस 100 फीसदी अनुपालना को सुनिश्चित करना, 24 घंटे के भीतर पासपोर्ट वेरिफिकेशन करवाना, जांच अधिकारियों के लिए साइबर क्राइम, एनडीपीएस और क्राइम अंगेस्ट वुमन के लिए ऑनलाइन ट्रेनिंग की व्यवस्था, प्रदेश पुलिस में 1334 कॉन्स्टेबल और 74 सब-इंस्पेक्टर्स की भर्ती, सभी पुलिस जवानों का नियमित तौर पर हेल्थ चेकअप करवाना रहे.