धर्मशाला: प्रदेश की दो विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लेकर अब सियासत अपने उफान पर है. दोनों ही दल एक दूसरे पर जमकर वार-पलटवार और आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. वहीं, अब पैसे बांटने के आरोप में फंसे भाजपा उपचुनाव प्रभारी विपिन सिंह परमार को जिला चुनाव अधिकारी ने नोटिस जारी करके जवाब मांगा था.
जानकारी के मुताबिक जिला निर्वाचन अधिकारी कांगड़ा ने भाजपा के उपचुनाव प्रभारी विपिन सिंह परमार को नोटिस जारी किया था और इसका जवाब बुधवार चार बजे तक विपिन सिंह परमार को देना था. इस मामले की जांच का जिम्मा तहसीलदार धर्मशाला को सौंपा गया था.
इस मामले में तहसीलदार धर्मशाला ने भी अपनी जांच पूरी कर ली है, वहीं विपिन सिंह परमार ने भी जिला निर्वाचन विभाग को अपना जवाब दे दिया है. अब इसकी जिला निर्वाचन अधिकारी कांगड़ा कार्यालय से फाइनल रिपोर्ट बनाकर शिमला भेजी जा रही है.
बता दें कि कांग्रेस के उपचुनाव पर्यवेक्षक योगेश साहनी ने पत्रकार वार्ता में आरोप लगाया था कि भाजपा के उपचुनाव प्रभारी पैसे बांट रहे थे और सरकारी विश्रामगृह का दुरुपयोग सरकार के नुमाइंदों द्वारा किया जा रहा था, जिसकी शिकायत उन्होंने चुनाव आयोग को सौंपी थी.
कांग्रेस ने धर्मशाला सर्किट हाऊस में भाजपा उपचुनाव प्रभारी विपिन सिंह परमार का वीडियो वायरल किया था. वीडियो में परमार सर्किट हाऊस से निकले और बाद में गाड़ी से चले गए. कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि परमार सर्किट हाऊस में कार्यकर्ताओं को पैसे दे रहे थे और इन्हें जनता के बीच बांटना था.
इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यकर्ताओं से बहस की. इस बात पर दोनों पार्टियों ने एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की थी. अब इस मामले में जिला निर्वाचन विभाग की ओर से नोटिस जारी किया गया था और मामले में जवाब मांगा गया था.
इस मामले को लेकर बीजेपी उपचुनाव प्रभारी विपिन सिंह परमार ने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारी से मिले नोटिस का जवाब दे दिया गया है. चुनावों में अपनी हार सामने देखकर कांग्रेस इस प्रकार के आधारहीन आरोप लगा रही है और यह सारे आरोप बेबुनियाद थे.
वहीं, जिला निर्वाचन अधिकारी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने बताया कि कांग्रेस की शिकायत के बाद विपिन सिंह परमार को नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा था. नोटिस का जवाब मिल गया है और इसे शिमला भेज दिया जाएगा. आपको बता दें इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल को भी निर्वाचन विभाग की ओर से नोटिस जा चुका है.