धर्मशाला: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन किसान बिलों के विरोध में बुधवार को जिला कांगड़ा में कांग्रेस सड़कों पर उतरी. जिला भर के कांग्रेस नेताओं ने किसान संवाद रैली में उपस्थिति दर्ज करवाई. शाहपुर आईटीआई के पास से शुरू हुई किसान रैली एसडीएम कार्यालय में जाकर संपन्न हुई. रैली के दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार के लाए गए तीन किसान बिलों को वापस नहीं लिया जाता, तब तक विरोध जारी रहेगा.
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि केंद्र सरकार के लाए गए बिल किसानों के नहीं बल्कि पूंजीपतियों के हित में हैं. इन बिलों से किसानों का शोषण होगा, जोकि कांग्रेस नहीं होने देगी. इसलिए लगातार विरोध प्रदर्शन करके केंद्र पर इन बिलों को वापिस लेने का दबाव बनाया जाएगा. गांव स्तर पर किसानों व आम जनता को इन बिलों की खामियों के बारे में अवगत करवाया जाएगा.
वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि किसान बिल के विरोध में जिस तरह से कांग्रेस नेता राहुल गांधी पंजाब व हरियाणा में विरोध कर रहे हैं, उसी तरह हिमाचल कांग्रेस भी प्रदेश में विरोध कर रही है. प्रदेश की 70 फीसदी आबादी गांवों में रहती है. उन्होंने कहा कि बुधवार को शाहपुर में प्रदर्शन किया है और 10 अक्टूबर को मंडी में विशाल किसान मिलन का आयोजन करने जा रहे हैं.
कुलदीप राठौर ने कहा कि हम किसान बिल का विरोध करते हैं और सरकार से अनुरोध करते हैं किसान हित में इन बिलों को वापस लिया जाए. यह बिल किसानों के नहीं, बल्कि पूंजीपतियों के हक में है. इस बिल से किसानों का शोषण होने वाला है, जो हम होने नहीं देंगे. किसान पढ़े-लिखे हैं, जो कि इन बिलों का विरोध कर रहे हैं. कांग्रेस नेता गांव-गांव जाकर लोगों को इन बिलों के प्रति जागरूक करेंगे.
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