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ये हैं कांग्रेस प्रत्याशी विजय इंद्र का राजनीतिक करियर, छात्र जीवन में सीखी थी पॉलिटिक्स की बारीकियां - हिमाचल उपचुनाव खबर

कांग्रेस प्रत्याशी विजय इंद्र कर्ण ने पंजाब विश्विद्यालय से अंग्रेजी विषय में एमए की डिग्री हासिल की है. छात्र जीवन से ही वो राजनीति में सक्रिय थे. कांग्रेस हाईकमान ने अपने वरिष्ठ नेता सुधीर शर्मा को दरकिनार कर अपने युवा नेता विजय इंद्र पर दांव खेला है.

विजय इंद्र कर्ण, कांग्रेस प्रत्याशी
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Published : Sep 29, 2019, 11:38 PM IST

Updated : Sep 30, 2019, 9:54 AM IST

धर्मशाला: कांग्रेस ने धर्मशाला विधानसभा सीट से युवा नेता के रूप में विजय इंद्र कर्ण को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. सुधीर शर्मा को दरकिनार कर पार्टी हाईकमान ने युवा नेता को मौका दिया है.

विजय इंद्र कर्ण ने टिकट के लिए पार्टी प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर के पास आवेदन किया था. जानकारी के अनुसार, पहले सुधीर शर्मा का नाम टिकट की रेस में आगे चल रहा था, लेकिन उन्होंने स्वास्थ्य ठीक न होने की वजह से चुनाव लड़ने से मना कर दिया. ऐसे में पार्टी हाईकमान ने विजय इंद्र कर्ण पर दांव खेला है.

विजय इंद्र कर्ण का राजनीतिक जीवन
विजय का जन्म 24 दिसंबर 1978 को हुआ था. उनके पिता का नाम जय कर्ण है. कांग्रेस प्रत्याशी गद्दी समुदाय से संबंध रखते हैं. पंजाब विश्विद्यालय से उन्होंने अंग्रेजी विषय में एमए की डिग्री हासिल की है. विजय कर्ण पूर्व कांग्रेस मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी के रिश्तेदार भी हैं.

  • विजय इंद्र करण पंजाब विश्विद्यालय में 2002 से 2003 तक अंग्रेजी विभाग के डीआर रहे.
  • 2003 से 2004 तक पंजाब विश्विद्यालय से छात्र परिषद के कैंपस सचिव.
  • 2004 से 2008 तक हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव.
  • 2008 से 2011 तक कांग्रेस के कई कार्यक्रमों के जिला समन्वयक.
  • 2011 से 2013 तक कांगड़ा-चम्बा संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस महासचिव.
  • 2014 से 2018 तक हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग के निदेशक.
  • वर्तमान में वो यूथ कांग्रेस के कांगड़ा-चम्बा के अध्य्क्ष हैं.

बता दें कि कांग्रेस प्रत्याशी विजय इंद्र कर्ण का सीधा मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी विशाल नैहरिया के साथ है.

धर्मशाला: कांग्रेस ने धर्मशाला विधानसभा सीट से युवा नेता के रूप में विजय इंद्र कर्ण को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. सुधीर शर्मा को दरकिनार कर पार्टी हाईकमान ने युवा नेता को मौका दिया है.

विजय इंद्र कर्ण ने टिकट के लिए पार्टी प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर के पास आवेदन किया था. जानकारी के अनुसार, पहले सुधीर शर्मा का नाम टिकट की रेस में आगे चल रहा था, लेकिन उन्होंने स्वास्थ्य ठीक न होने की वजह से चुनाव लड़ने से मना कर दिया. ऐसे में पार्टी हाईकमान ने विजय इंद्र कर्ण पर दांव खेला है.

विजय इंद्र कर्ण का राजनीतिक जीवन
विजय का जन्म 24 दिसंबर 1978 को हुआ था. उनके पिता का नाम जय कर्ण है. कांग्रेस प्रत्याशी गद्दी समुदाय से संबंध रखते हैं. पंजाब विश्विद्यालय से उन्होंने अंग्रेजी विषय में एमए की डिग्री हासिल की है. विजय कर्ण पूर्व कांग्रेस मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी के रिश्तेदार भी हैं.

  • विजय इंद्र करण पंजाब विश्विद्यालय में 2002 से 2003 तक अंग्रेजी विभाग के डीआर रहे.
  • 2003 से 2004 तक पंजाब विश्विद्यालय से छात्र परिषद के कैंपस सचिव.
  • 2004 से 2008 तक हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव.
  • 2008 से 2011 तक कांग्रेस के कई कार्यक्रमों के जिला समन्वयक.
  • 2011 से 2013 तक कांगड़ा-चम्बा संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस महासचिव.
  • 2014 से 2018 तक हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग के निदेशक.
  • वर्तमान में वो यूथ कांग्रेस के कांगड़ा-चम्बा के अध्य्क्ष हैं.

बता दें कि कांग्रेस प्रत्याशी विजय इंद्र कर्ण का सीधा मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी विशाल नैहरिया के साथ है.

Intro:धर्मशाला- कांग्रेस ने धर्मशाला से अपना प्रत्याशी तय कर दिया है। कांग्रेस ने सुधीर शर्मा की टिकट को काट कर युवा नेता पर विश्वास जितया है। कांग्रेस ने कांगड़ा चम्बा लोकसभा यूथ के अध्य्क्ष विजय इंदर करण को प्रत्याशी बनाया है। विजय इंद्र क़रण ने टिकट के लिए पार्टी प्रदेश अध्य्क्ष कुलदीप सिंह राठौर के पास आवेदन किया था। 

 





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सुधीर शर्मा का नाम टिकट में सबसे आगे चल रहा था लेकिन उन्होंने स्वथ्य ठीक न होने की वजह से चुनाव लड़ने से मना कर दिया वही इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने विजय इंद्र करण के नाम पर चर्चा करके उन्हें अपना प्रत्यशी घोषित किया है।


Conclusion:नाम- विजय इंद्र करण

पिता का नाम- जय क़रण

जन्मतिथि- 24 दिसम्बर 1978

पता- पोंग व्यू कॉटेज केंट रोड धर्मशाला ।

समुदाय- गद्दी।

शिक्षा- पंजाब विश्विद्यालय से अंग्रेजी विषय में स्नातकोत्तर।

व्यवसाय- होटल कारोबारी।


राजनीतिक जीवन- विजय इंद्र करण पंजाब विश्विद्यालय में 2002 से 2003 तक अंग्रेजी विभाग प्रमुख रहे है।

2003 से 2004 तक पंजाब विश्विद्यालय से छात्र परिषद के कैंपस सचिव।


2004 से 2008 तक हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव।


2008 से 2011 तक कांग्रेस के कई कार्यक्रमों के जिला समन्वयक।


2011- 2013 तक कांगड़ा चम्बा संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस महासचिव।


2014 से 2018 तक हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग के निदेशक।


वर्तमान में यूथ कांग्रेस के कांगड़ा चम्बा के अध्य्क्ष है। 


वही पूर्व मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी भी उनके रिश्तेदार है ।


विजय इंद्र करण ने कांग्रेस पर उपचुनावों के लिए दाव खेला है अब देखना यह होगा कि कांग्रेस की उमीदो पर विजय इंद्र करण कितना सही उत्तर पाते है। अगर कांग्रेस धर्मशाला से जीत हासिल करते है तो कांग्रेस के लिए यह अछि खबर होगी। 


Last Updated : Sep 30, 2019, 9:54 AM IST
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