धर्मशाला: कांगड़ा जिला में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग रविवार से रैपिड एंटीजेन टेस्ट तकनीक का इस्तेमाल कर टेस्टिंग करने जा रहा है. इस तकनीक से कंटेनमेंट जोन और हाई रिस्क एरिया में टेस्ट किए जाएंगे. रैपिड एंटीजेन टेस्ट तकनीक के माध्यम से टेस्ट व्यापक स्तर पर कर पाएंगे और इसकी टेस्ट रिपोर्ट शॉर्ट टाइम में संभव हो पाएगी. जिससे मरीज को लंबे समय तक रिपोर्ट का इंतजार नहीं करना पड़ेगा.
सीएमओ कांगड़ा डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने जानकारी देते हुआ कहा कि रैपिड एंडीजेन टेस्ट किट से खासकर कंटेनमेंट जोन और हाई रिस्क एरिया में लोगों की तुरंत जांच करके यह पता लगाया जा सकता है कि आखिर कितने लोग संक्रमित हैं, जिसके बाद उनका तुरंत इलाज शुरू किया जा सके है.
रैपिड एंडीजेन टेस्ट किट पर बोले सीएमओ कांगड़ा
सीएमओ डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने कहा कि लगातार बढ़ रहा मौतों का आंकड़ा चिंताजनक है और कुछ मामलों में रोगियों द्वारा अनावश्यक देरी के चलते उनकी मौत हो रही है. इसी को ध्यान में रखते हुए आज से प्रदेश में नया अभियान शुरू किया जा रहा है. इस अभियान के तहत लोगों को बुखार, खांसी और सर्दी व जुकाम को बिल्कुल भी हल्के में नहीं लेने के प्रति जागरूक किया जाएगा. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सर्दी, खांसी, जुकाम या बुखार को सामान्य समझ लेने की बजाए सतर्कता बरतें.
वहीं, उन्होंने कहा कि जोनल अस्पताल धर्मशाला में शनिवार को कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिला का सिजेरियन के माध्यम से सफल प्रसव करवाया गया. अस्पताल के चिकित्सक डॉ. पंकज हीर और एनेस्थीसिया डॉ. मानवी कटोच व ओटी स्टाफ ने यह सफल प्रसव करवाया.
सीएमओ डॉ. गुरूदर्शन गुप्ता ने बताया कि नवजात की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है. इसके अलावा पालमपुर अस्पताल में भी कोरोना पॉजिटिव महिला का सफल प्रसव हुआ था और नवजात शिशु का नियोनेटल जोंडिस के लिए फोटोथेरेपी से इलाज किया जा रहा है.
कांगड़ा में कोरोना संक्रमण की स्थिति
अब तक जिला कांगड़ा में कोरोना से दसवीं मौत दर्ज की गई है. पालमपुर अस्पताल में शुक्रवार-शनिवार की मध्य रात्रि एक मरीज की मौत हो गई. मरीज का इलाज के दौरान कोविड का सेंपल लिया गया था, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
सीएमओ कांगड़ा डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने पुष्टि बताया कि एक मरीज को गत सायं साढ़े सात बजे सिविल अस्पताल पालमपुर में इलाज के लिए लाया गया था. उनको सांस की बीमारी थी और बुखार था, इलाज के दौरान उनका कोरोना का सेंपल भी लिया गया, देर रात ढाई बजे दुर्भाग्यवश उनकी मौत हो गई.
शनिवार सुबह उनकी कोरोना रिपोर्ट आई, जोकि पॉजिटिव पाई गई. जिला कांगड़ा में अब तक 10 मौतें हो चुकी हैं. जिला में कोरोना से मौत का आंकड़ा बढ़ा है, क्योंकि रोगी जब अस्पताल पहुंचता है, तो क्रीटिकल कंडीशन में पहुंचता है, ऐसे में हमारी जनता से यही अपील है कि सर्दी, खांसी, जुकाल और सांस की तकलीफ के लक्षणों को हल्के में न लें. यदि किसी व्यक्ति को ऐसे लक्षण नजर आते है तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में संपर्क करें या फिर 104 या 1077 पर संपर्क करें.
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