धर्मशालाः हिमाचल मंत्रिमंडल में खाली हुए दो मंत्री पदों के लिए खींचतान शुरू है. मंत्रीपद के दावेदार विधायक अपनी दावेदारी ठोकने का कोई मौका नहीं चूक रहे. ऐसा ही कुछ आज कांगड़ा के गग्गल एयरपोर्ट पर देखने को मिला.
लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद सीएम जयराम ठाकुर रविवार को पहली बार कांगड़ा पहुंचे, वे यहां राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. एयरपोर्ट के बाहर हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उनके स्वागत के लिए खड़े थे. जिनमें नूरपुर विधायक राकेश पठानिया, नगरोटा विधायक अरुण मेहरा और चंबा से विधायक विक्रम जरयाल अपने-अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे.
जैसे ही मुख्यमंत्री एयरपोर्ट के बाहर पहुंचे तो राकेश पठानिया और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के पक्ष में नारेबाजी शुरु हो गई. वहीं इस दौरान अरुण मेहरा और चम्बा के विधायक विक्रम जरियाल के समर्थकों ने भी नारेबाजी की. सीएम के पहुंचते ही विधायक राकेश पठानिया मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को अपने साथ अपने समर्थकों के पास ले गए और उनसे मिलवाया. इसके बाद सीएम बाद सीएम सीधे टांडा के लिए रवाना हो गए.बता दें कि एयरपोर्ट के बाहर तमाम भाजपा कार्यकर्ताओं में से ज्यादातर समर्थक विधायक राकेश पठानिया के थे. वहीं, विक्रम जरयाल और अरुण मेहरा के समर्थक राकेश पठानिया के समर्थकों से काफी कम थे.
बता दें कि प्रदेश के कैबिनेट में बहुत जल्द बदलाव होगा. चूंकि खाद्य आपूर्ति मंत्री किशन कपूर कांगड़ा संसदीय सीट से सांसद चुने गए हैं और विधायक अनिल शर्मा ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. ऐसे में विधायकों का कांगड़ा में अपने समर्थकों के साथ पहुंचना मंत्रीमंडल में उनकी दावेदारी के तौर पर देखा जा रहा है.
वहीं नूरपुर के विधायक राकेश पठानिया ने कहा कि इन चुनावों में हिमाचल प्रदेश नहीं बल्कि पूरे देश के इतिहास का एतिहासिक रिजल्ट रहा है. सबसे ज्यादा मत प्रतिशत भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों को कांगड़ा में मिले हैं. ये सब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में संभव हो पाया है, जिसके चलते कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह है. मंत्री पद किसे देना है, ये मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है और पार्टी हाईकमान तय करेगा.