धर्मशाला: ज्वालामुखी के विधायक एवं वरिष्ठ नेता रमेश ध्वाला ने गुरुवार को शिमला में मीडिया से बातचीत के दौरान संगठन की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे. रमेश ध्वाला की बयानबाजी से कांगड़ा के सियासत में आए सियासी भूचाल पर शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर धर्मशाला के पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पार्टी की बात पार्टी में ही रहनी चाहिए, बाहर नहीं जानी चाहिए थी.
सीएम ने कहा कि पार्टी की बात बाहर करना बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार व संगठन मिलकर काम करते हैं. पार्टी की बात पार्टी स्तर पर ही रखी जाती तो बेहतर होता. उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को सलाह देते हुए कहा कि पार्टी को एकजुट होकर काम करना है और पार्टी की बात पार्टी तक ही सीमित रहे तो अच्छा होगा.
बता दें कि ज्वालामुखी के विधायक एवं वरिष्ठ नेता रमेश ध्वाला ने शिमला में मीडिया से बातचीत में संगठन की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे. ध्वाला के आरोपों का जवाब देते हुए शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर धर्मशाला के पत्रकारों से बातचीत में सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि कांगड़ा के विधायक दल की बैठक में ऐसा कुछ नहीं हुआ था, जैसा की दर्शाने का प्रयास किया जा रहा है.
बता दें कि को बीजेपी के वरिष्ठ नेता और ज्वालामुखी से विधायक रमेश धवाला ने भाजपा के प्रांत संगठन मंत्री पवन राणा के खिलाफ मोर्चा खोला है. रमेश धवाला ने कहा था कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ कांगड़ा के भाजपा विधायकों की बैठक हुई. बैठक में अधिकतर विधायकों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि पवन राणा का सरकारी कार्यों और उनके विधानसभा क्षेत्र में दखल लगातार बढ़ता जा रहा है.
रमेश धवाला ने कहा कि बैठक के दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष यह बात रखी गई कि संगठन मंत्री बिना विधायकों की सलाह लिए हर विधानसभा क्षेत्र में अपने लोगों को संगठन में शामिल कर रहे हैं. जिससे वहां के पुराने कार्यकर्ताओं और विधायकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे लोग जिनके पास भाजपा की प्राइमरी मेंबरशिप तक नहीं है. उन लोगों को पार्टी में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी जा रही हैं. जिससे कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यों से उन कार्यकर्ताओं के हाथ निराशा लगती है जो वर्षों से बिना किसी लालच के संगठन की सेवा में लगे हुए हैं इसलिए संगठन मंत्री को स्थानीय विधायकों और नेताओं से संपर्क करने के बाद ही लोगों को ब्लॉक किया जिला कार्यकारिणी में शामिल करना चाहिए.
रमेश धवाला ने कहा कि संगठन मंत्री को राजनीति में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए उन्हें संगठन का कार्य ही करना चाहिए. राजनीतिज्ञों का कार्य उन पर छोड़ देना चाहिए इस प्रकार के हस्तक्षेप से भाजपा के विधायकों की स्थिति कमजोर होगी.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर धर्मशाला के पत्रकारों से बातचीत में सीएम ने पूरे मामले पर कहा कि कोरोना संकट के समय इस तरह की बात करना ठीक नहीं है. जितना इस मामले को तूल दिया जा रहा है, यह मामला उतना बड़ा भी नहीं है. संगठन व पार्टी में ऐसी बातें होती रहती हैं, दोनों से ही बात की जाएगी असमंजस की स्थिति को दूर किया जाएगा. सीएम ने कहा कि सरकार व संगठन की हर बात में कॉ-आर्डिनेशन से होता है.