कांगड़ा/ नूरपुर: नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर नूरपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. केंद्रीय राज्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सीएए को लेकर विस्तृत रूप से जानकारी दी.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नागरिकता संशोधन को कानूनी रूप मिलने के बाद यह एक्ट पूरे देश में लागू हो गया है, लेकिन इस कानून का विपक्षी पार्टी आए दिन विरोध करती आ रही है. मनसुख मांडविया ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों में वैचारिक मतभेद हो सकते है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि देश को गुमराह करने का प्रयास किया जाए. यह एक्ट नागरिकता देने वाला है ना कि नागरिकता छीनने वाला.
केंद्रीय राज्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि यह एक्ट इसलिए लागू किया गया है ताकि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में शोषित-पीड़ित अल्पसंख्यक जिसमें हिन्दू, सिक्ख, बौद्ध, जैन और ईसाई आते है उन्हें नागरिकता दी जाए.
विपक्ष इस मुद्दे को विपरीत दिशा देकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहा है. यह एक्ट तीनों देशों के अल्पसंख्यंको के लिए है और वहां की मुस्लिम आबादी बहुसंख्यक है इसलिए वो वर्ग पीड़ित नहीं हो सकता है.