धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला की इंदौरा तहसील के गांव कंदरोड़ी के रहने वाले कैप्टन दीक्षांत थापा का मंगलवार को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. कैप्टन दीक्षांत थापा का सोमवार को लद्दाख में एक हादसे में निधन हो गया था.
मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर जब उनके पैतृक गांव बाड़ी पहुंचा तो माहौल गमगीन हो गया. इस दौरान भारत माता की जय और दीक्षांत थापा अमर रहे के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा. बेटे का पार्थिव शरीर देखकर माता-पिता बेसुध हो गए. लोग उन्हें संभालते दिखे.
कैप्टन दीक्षांत की पार्थिव देह सुबह ही उनके गांव पहुंचा था. इस दौरान मां ने बहादुर बेटे को सेल्यूट कर अंतिम विदाई दी. इसके बाद पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.
लद्दाख में इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल की लोडिंग के दौरान हुए हादसे में कैप्टन दीक्षांत थापा का निधन हो गया. दीक्षांत थापा सेना की मेकेनिकल इन्फेंट्री में थे. सेना द्वारा एक ट्रेलर पर बीएमपी को लोड कर रहे थे.
अचानक एक अन्य ट्रक ट्रेलर से जा टकराया जिस वजह से बीएमपी ट्रेलर सीधा उन पर आ गिरा, जिससे उनकी मौत हो गई. हादसा लेह के कारू-कियारी के करीब हुआ, जो लेह से करीब 45 किलोमीटर दूर है.
दीक्षांत थापा सेना के मकैनिकल विंग 6 मेकेनिकल के 140 रेजिमेंट में कैप्टन के पद पर तैनात थे और 4 साल पहले ही कमीशन पास कर सेना में भर्ती हुए थे. दीक्षांत थापा के पिता भी सेना के मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री से सेवानिवृत्त होकर सेना के ही सुरक्षा सेवा कोर में सेवारत हैं, वे कर्नाटक में तैनात हैं. दीक्षांत थापा के छोटे भाई अभी पढ़ाई कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें: राजीव बिंदल ने हिमाचल भाजपा में हलचल मचाने वाली पोस्ट फेसबुक से हटाई