नूरपुरः सरकार विकास कार्यों को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन यह दावे हवा हवाई ही नजर आते है. या फिर यूं कहें कि उन्हें धरातल पर सही ढंग से अमलीजामा नहीं पहनाया जाता. ऐसी ही सरकार की एक योजना थी हिम ऊर्जा के तहत सोलर लाइट्स की. इसमें सरकार में प्रयास किया कि हर शहर और गांव को सफेद रोशनी से सरोबार करे, ताकि राहगीरों को अपने गली मोहल्लों में अंधेरे में भी आवाजाही के लिए दिक्कत का सामना न करना पड़े.
आज यह योजना उस तरह से सफल नहीं हो पाई जिस तरह की सोच लेकर सरकार ने इसे उतारा था. हिम ऊर्जा के तहत चलाई जा रही इस योजना में उपभोक्ताओं के दो-दो साल तक सोलर लाइट के लिए अप्लाई करने के बाद भी सोलर लाइट नहीं लग पा रही है.
धूल फांक रहे सोलर लाइट खंबे
पंचायतों में जाकर देखा जाए, तो लंबे समय से इन सोलर लाइट के लिए लाए गए खंबे धूल फांक रहे हैं. इन्हें इंस्टॉल नहीं किया जा रहा. वहीं, अगर कहीं सोलर लाइट्स लगी हैं तो उनमें से कई लाइट्स बंद हैं. इसे लेकर उपभोक्ता कभी उपायुक्त कार्यालय तो कई बार मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में भी शिकायत दर्ज करवा चुके हैं, लेकिन अभी तक इसका कोई हल नहीं निकल पाया.
कई शिकायतें हुई हैं प्राप्त
वहीं, इस बारे में खंड विकास अधिकारी नूरपुर रोहित शर्मा से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि उनके पास भी इस संबंध में के कई शिकायतें मिली हैं और यह समस्या लगभग हर पंचायत में है. उन्होंने कहा कि इस बारे में वे जिला प्रशासन को भी पत्राचार के माध्यम से इस समस्या से अवगत करवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर किसी को भी शिकायत है, तो वे उनके कार्यालय में आकर उनसे संपर्क करे ताकि वो आगामी कार्रवाई अमल में ला सकें.
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