देहरा/कांगड़ा: मंगलवार को कांगड़ा के जसवां प्रागपुर विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एवं केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के बीच केंद्रीय विश्वविद्यालय को लेकर मतभेद सामने नजर आया. केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने केंद्रीय विश्वविद्यालय के निर्माण में हो रही देरी का कारण मंच से सीधा मुख्यमंत्री से ही पूछ लिया.
अनुराग ठाकुर ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वह चौथी बार सांसद बने हैं और रोटी को चोची नहीं बोलते. उन्होंने कहा कि वह केंद्रीय विश्वविद्यालय की हर लड़ाई लड़ता रहेंगे. अनुराग ने मंच से प्रश्न पूछते हुए कहा कि देहरा में प्रस्तावित केंद्रीय विश्वविद्यालय के निर्माण में हो रही देरी के लिए कौन जिम्मेदार है.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि कहा केंद्रीय विश्वविद्यालय उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है और वह इसे लेकर आए है. उन्होंने कहा कि केंद्र में बीजेपी की सरकार है और प्रदेश में भी बीजेपी की सरकार हैं तो फिर इसमें देरी क्यों हो रही है. अनुराग ठाकुर ने मुख्यमंत्री को अधिकारियों से इस विषय पर जवाबदेही तलब करने की सलाह दी.
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अधिकारियों की एक बैठक लें और उनसे रिपोर्ट लेकर देखें की केंद्रीय विश्वविद्यालय के निर्माण में देरी कहां हो रही है. वहीं अनुराग ठाकुर की इस तल्खी का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने केंद्रीय विश्वविद्यालय के मुद्दे को सार्वजनिक मंच से न उठाए जाने की बात कही.
जयराम ठाकुर ने इस मुद्दे पर सफाई देते हुए कहा कि यह मुद्दा उनसे पहले का मुद्दा है और उन्होंने सभी विभागों को आदेश जारी किए हैं कि इस काम में आ रही रुकावटों को जल्द से जल्द सुलझाकर केंद्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण करवाया जाए. प्रदेश में इस मुद्दे को लेकर सियासी घमासान शुरू होता दिख रहा है.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर जब भी देहरा आते थे तब मीडिया एवं जनता उनसे पूछती थी कि केंद्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण कब होगा. इसमें अब अनुराग ठाकुर के सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने सीधा मंच से ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से केंद्रीय विश्वविद्यालय के निर्माण में हो रही देरी के लिए कौन जिम्मेदार का प्रश्न दाग दिया. अनुराग ठाकुर के इस प्रश्न से नई गुटबाजी को हवा मिलती हुई नजर आ रही है.