धर्मशाला: कोरोना संकट ने हर वर्ग को नुकसान पहुंचाया है, इससे टैक्सी ऑपरेटर्स भी अछूते नहीं हैं. टैक्सी ऑपरेटर्स की मांग है कि उनके टोकन टैक्स, पासिंग, पैसेंजर टैक्स, परमिट और इंश्योरेंस को एक साल तक के लिए माफ किया जाए.
ऑल हिमाचल टैक्सी आपरेटर यूनियन महासंघ के प्रदेश संयोजक प्रेम सूद ने कहा कि तीन बार पहले भी इन मांगों को उठाया जा चुका है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है. इसके चलते धर्मशाला की तीनों टैक्सी यूनियनों के अध्यक्ष व पदाधिकारियों ने ऑल हिमाचल टैक्सी आपरेटर यूनियन महासंघ के बैनर तले परिवहन निदेशक को ज्ञापन भेजा है.
प्रेम सूद ने कहा कि सरकार ने तीन माह के टोकन टैक्स में छूट दी है, उसके लिए हम सरकार का आभार व्यक्त करते हैं. एक पीजीटी टैक्स आबकारी एवं कराधान विभाग लेता है, उसके बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं है और टैक्स भी लागू है.
उन्होंने कहा कि सभी टैक्सी यूनियनों ने बैठक कर निर्णय लिया है कि 15 दिनों के भीतर सरकार ने इन मांगों पर गौर नहीं किया तो तीनों यूनियनों के ऑपरेटर्स गाड़ियों के दस्तावेज और चाबियां आरटीओ को सौंप देंगे, क्योंकि गाड़ियां लोन पर हैं और बैंक की किस्तें छह माह से लंबित हैं.
यह गाड़ियां विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत खरीदी गई थी. कई टैक्सी ऑपरेटर कोरोना के चलते बेरोजगार होकर रह गए हैं, जिन्हें परिवार चलाना मुश्किल हो गया है. टैक्सी आपरेटर्स को अभी तक सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिली है.
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