धर्मशालाः कांगड़ा सहकारी प्राथमिक कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक समिति के अध्यक्ष कमल नायन शर्मा ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि प्रदेश में किसानों, बागवानों व मजदूरों की आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए बैंक बचनबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसान बागवान नेशनल बैंकों में जाकर लोन के लिए अप्लाई करते हैं, जिसकी एवज में उनसे गारंटी ली जाती है जो किसान व बागवान दे नहीं पता और उनका लोन स्वीकृत नहीं होता.
कमल नायन शर्मा ने बताया कि कांगड़ा सहकारी प्राथमिक कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक समिति जमीनों के ऊपर ही किसानों को लोन प्रदान करता है और किसी भी तरह की गारंटी नहीं ली जाती है. उन्होंने कहा कि कांगड़ा सहकारी प्राथमिक कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक समिति की हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना, हमीरपुर व कांगड़ा में कुल 30 शाखाएं हैं जो लोगों को सस्ता लोन दे रही हैं.
उन्होंने बताया कि वर्ष 2019-20 में कुल 32 करोड़ रुपये के लोन दिए गए. उन्होंने बताया कि जिला ऊनाहमीरपुर व कांगड़ा में बैंक की 30 शाखाओं में से डेढ़ करोड़ का मुनाफा बैंक को हुआ है.
जल्द ही करेगा इन पदों पर भर्ती
कमल नायन शर्मा ने बताया कि कांगड़ा सहकारी प्राथमिक कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक समिति जल्द ही असिस्टेंट मैनेजर, मैनेजर व चपरासी के पदों पर जल्द भर्ती करेगा. उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि वर्ष 2022 में कांगड़ा सहकारी प्राथमिक कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक समिति अग्रणी बैंकों के रूप में स्थापित होगा. उन्होंने बताया कि बैंक की 30 शाखाओं में ऑनलाइन सिस्टम भी शुरू करने जा रहे हैं वह 15 शाखाओं को मॉडल ब्रांच बनाने का प्रयास किया जा रहा है जिसके तहत 44 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे.
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