धर्मशाला: जिला कांगड़ा के इंदौरा में आज छठे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार लोगों को जलमग्न क्षेत्रों से सुरक्षित निकालने के काम में जुटी हुई है. जानकारी के अनुसार शुक्रवार को बेला-इंदौरा के जलमग्न क्षेत्रों से 54 लोगों को एनडीआरएफ द्वारा बोट के जरिए सुरक्षित रेस्क्यू किया गया. आज भी रेस्क्यू टीमें मौके पर तैनात हैं और लोगों को बाढ़ प्रभावित एरिया से बाहर निकाला जा रहा है.
5 दिन में 2209 लोग रेस्क्यू: डीसी कांगड़ा निपुण जिंदल ने बताया कि शुक्रवार तक पांच दिन 2209 लोग रेस्क्यू किए गए. फिलहाल फतेहपुर में सभी लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है. वायुसेना के हेलीकॉप्टर और एयरफोर्स को वीरवार को ही वापस भेज दिया गया था, क्योंकि जिले में हालात पहले के मुकाबले कंट्रोल में हैं. अब इंदौरा क्षेत्र में एक एनडीआरएफ की टीम और एसडीआरएफ की टीम ही तैनात है.
इंदौरा-फतेहपुर में हजारों लोग रेस्क्यू: डीसी कांगड़ा निपुण जिंदल ने बताया कि इंदौरा और फतेहपुर में अब तक 994 लोगों को एयरलिफ्ट किया गया है. जबकि 1005 लोगों को बोट के जरिए से रेस्क्यू किया गया है. इसके अलावा 210 लोगों को ट्रैक्टर और ट्रॉली के माध्यम से रेस्क्यू किया गया. डीसी निपुण जिंदल ने बताया कि क्षेत्र में बाढ़ के दौरान इंदौरा में कुल 1787 और फतेहपुर से 422 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
लापता प्रकाश चंद की खोज: डीसी कांगड़ा निपुण जिंदल ने बताया कि फतेहपुर में रेस्क्यू ऑपरेशन के तीसरे दिन देर शाम प्रशासन ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की गई. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में जलभराव होने के बाद रियाली गांव के प्रकाश चंद तीन दिन से लापता थे. उनके पास मोबाइल फोन न होने की वजह से उनसे संपर्क भी नहीं हो पा रहा था. प्रशासन ने स्थानीय राजस्व कर्मियों को उनको खोज के लिए भेजा. जिसके बाद डूहग के पटवारी शुभम कालिया और रियाली के पटवारी हरदेव सिंह ने विभिन्न टापू बने क्षेत्रों में प्रकाश चंद का नाम से जोर-जोर से पुकारते हुए उन्हें ढूंढना शुरू किया.
प्रकाश चंद का सुरक्षित रेस्क्यू: डीसी कांगड़ा निपुण जिंदल ने बताया कि अपने नाम की पुकार सुनकर कल शाम रियाली गांव के एक टापू से प्रकाश चंद ने तुरंत प्रतिक्रिया दी. जिसके बाद एनडीआरएफ की टीम तुरंत मौके के लिए रवाना की गई और चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद प्रकाश चंद को सुरक्षित बाहर निकाला गया. इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाकर उनकी मेडिकल जांच करवाई गई. डीसी कांगड़ा ने कहा कि आपदा में फंसे हर व्यक्ति को सकुशल बाहर निकालने के लिए प्रशासन प्रतिबद्ध है.
पौंग डैम से पानी छोड़ने के कारण आई बाढ़: गौरलतब है कि प्रदेश में बीते दिनों लगातार हो रही भारी बारिश के कारण नदी नालों में पानी का स्तर बढ़ गया था. जिसके चलते पौंग डैम में वाटर लेवल ऊपर आने लगा था. इसलिए बीबीएमबी प्रशासन द्वारा 14 अगस्त को पौंग डैम से पानी छोड़ गया. पौंग बांध से ज्यादा मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण साथ लगते फतेहपुर और इंदौरा क्षेत्र में बाढ़ जैसा माहौल हो गया और कई लोग फंस गए. जिसके बाद एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. जिले में बिगड़ते हालात को देखते हुए प्रशासन ने तुरंत प्रभाव से आर्मी और एयरपोर्स से संपर्क किया और लोगों को रेस्क्यू करने की कवायत तेज की गई.
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