धर्मशाला: कांगड़ा जिले में इस बार फायर सीजन समय (Forest fire in Dharamshala) से पहले ही शुरू ही गया है. वही, वन विभाग ने भी जंगलो में लग रही आग पर काबू पाने के लिए अपनी रणनीति तैयार कर ली है. आए दिन विभिन्न वन क्षेत्रों में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं. जंगल में आग लगाने के लिए चार अज्ञात लोगों के खिलाफ ग्राउंड स्टाफ द्वारा एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है. वहीं, आग लगने की घटनाओं से अब तक 62.5 हेक्टेयर एरिया आग की भेंट चढ़ चुका है.
जंगलों में लग रही आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग ने 18 टीमों का गठन किया है. जो जंगलों में आग लगने की घटनाओं को रोकेगी. धर्मशाला वन मंडल के अंतर्गत अब तक आग लगने की 5 घटनाएं घटित हो चुकी हैं. हालांकि वन विभाग की टीम को ऐसे मामलों से निपटने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही है. लेकिन फिर भी टीम पूरी मुस्तैदी से आग पर काबू पाने की दिशा में कार्य कर रही है. 12 हेक्टेयर के करीब एरिया तो अभी कुछ दिन पहले ही धर्मकोट और थातरी के ऊपरी जंगलों में ढांक पर लगी आग से प्रभावित हुआ है. सुखद बात यह है कि इन घटनाएं में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है.
वन मंडल धर्मशाला (Dharamshala Forest Division) के डीएफओ डॉ. संजीव शर्मा ने बताया कि अप्रैल माह में अब तक जंगलों में आग लगने से 62.5 हेक्टेयर एरिया प्रभावित हो चुका है. जंगलों में आग की घटनाओं पर ग्राउंड स्टाफ ने पुलिस में 4 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है. जिसे विभागीय भाषा में दैनिकी रजिस्टर कहा जाता है. डीएफओ धर्मशाला ने लोगों से अपील है कि जंगलों में आग न लगाएं और वन संपदा के संरक्षण में विभाग के साथ सहयोग करें.
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