कांगड़ा: पंजाब की सीमा से सटे कांगड़ा के मंड क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लोगों ने अवैध खनन को लेकर एडीएम के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा है. मंड मियाणी, सनौर, बसंतपुर, पराल, मंड इंदौरा के लोगों का कहना है कि अवैध खनन की वजह से उनका जीना दुश्वार हो गया है, जिसे लेकर पंजाब सरकार भी चिंतित है.
इसके साथ ही पंजाब सरकार ने पठानकोट और जिला कांगड़ा के जिलाधीश को इस बारे में कार्रवाई करने के लिए कहा है, लेकिन अवैध खनन थमने के बजाय बढ़ता जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि यदि एक माह के भीतर कार्रवाई नहीं की गई तो उन्हें चक्का जाम करने को मजबूर होना पड़ेगा.
अवैध खनन से प्रभावित ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को चेताया है कि एक माह के भीतर अवैध खनन पर कार्रवाई न करने और मंड क्षेत्र में क्रशर बंद न करवाने पर मिलवां में चक्का जाम व सरकारी कार्यालयों का घेराव किया जाएगा.
ग्रामीण जितेंद्र कुमार का कहना है कि इंदौरा व फतेहपुर क्षेत्र में अवैध खनन की वजह से ग्राउंड वाटर लेवल 40 फीट तक पहुंच गया है, जो पहले 12 और बाद में 15 था. उन्होंने कहा कि अवैध खनन की वजह से 30 हजार परिवार प्रभावित हो रहे हैं. हमारे क्षेत्र में काफी खेतीबाड़ी होती थी, लेकिन अवैध खनन से वो भी प्रभावित हुई है. बड़े-बड़े वाहनों वाले खनन सामग्री लेकर जाते हैं, जिससे बच्चों का भी वहां से गुजरना मुश्किल हो गया है और कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं.