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अवैध खनन से 30 हजार परिवार प्रभावित, प्रशासन को दी चेतावनी...क्रशर बन्द करो नहीं होगा चक्का जाम - Crackdown on illegal mining

कांगड़ा के पंजाब से सटे मंड क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लोगों ने अवैध खनन को लेकर एडीएम के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को चेताया है कि एक माह के भीतर अवैध खनन पर कार्रवाई नहीं की गई तो उन्हें चक्का जाम करने को मजबूर होना पड़ेगा.

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अवैध खनन से 30 हजार परिवार प्रभावित.
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Published : Dec 27, 2019, 7:11 PM IST

कांगड़ा: पंजाब की सीमा से सटे कांगड़ा के मंड क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लोगों ने अवैध खनन को लेकर एडीएम के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा है. मंड मियाणी, सनौर, बसंतपुर, पराल, मंड इंदौरा के लोगों का कहना है कि अवैध खनन की वजह से उनका जीना दुश्वार हो गया है, जिसे लेकर पंजाब सरकार भी चिंतित है.

इसके साथ ही पंजाब सरकार ने पठानकोट और जिला कांगड़ा के जिलाधीश को इस बारे में कार्रवाई करने के लिए कहा है, लेकिन अवैध खनन थमने के बजाय बढ़ता जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि यदि एक माह के भीतर कार्रवाई नहीं की गई तो उन्हें चक्का जाम करने को मजबूर होना पड़ेगा.

अवैध खनन से प्रभावित ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को चेताया है कि एक माह के भीतर अवैध खनन पर कार्रवाई न करने और मंड क्षेत्र में क्रशर बंद न करवाने पर मिलवां में चक्का जाम व सरकारी कार्यालयों का घेराव किया जाएगा.

वीडियो रिपोर्ट.
ग्रामीणों का आरोप है कि अवैध खनन 100 रुपये की जीएसटी पर कई टनों के हिसाब से खनन सामग्री पंजाब ले जाई जा रही है और

ग्रामीण जितेंद्र कुमार का कहना है कि इंदौरा व फतेहपुर क्षेत्र में अवैध खनन की वजह से ग्राउंड वाटर लेवल 40 फीट तक पहुंच गया है, जो पहले 12 और बाद में 15 था. उन्होंने कहा कि अवैध खनन की वजह से 30 हजार परिवार प्रभावित हो रहे हैं. हमारे क्षेत्र में काफी खेतीबाड़ी होती थी, लेकिन अवैध खनन से वो भी प्रभावित हुई है. बड़े-बड़े वाहनों वाले खनन सामग्री लेकर जाते हैं, जिससे बच्चों का भी वहां से गुजरना मुश्किल हो गया है और कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं.

कांगड़ा: पंजाब की सीमा से सटे कांगड़ा के मंड क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लोगों ने अवैध खनन को लेकर एडीएम के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा है. मंड मियाणी, सनौर, बसंतपुर, पराल, मंड इंदौरा के लोगों का कहना है कि अवैध खनन की वजह से उनका जीना दुश्वार हो गया है, जिसे लेकर पंजाब सरकार भी चिंतित है.

इसके साथ ही पंजाब सरकार ने पठानकोट और जिला कांगड़ा के जिलाधीश को इस बारे में कार्रवाई करने के लिए कहा है, लेकिन अवैध खनन थमने के बजाय बढ़ता जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि यदि एक माह के भीतर कार्रवाई नहीं की गई तो उन्हें चक्का जाम करने को मजबूर होना पड़ेगा.

अवैध खनन से प्रभावित ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को चेताया है कि एक माह के भीतर अवैध खनन पर कार्रवाई न करने और मंड क्षेत्र में क्रशर बंद न करवाने पर मिलवां में चक्का जाम व सरकारी कार्यालयों का घेराव किया जाएगा.

वीडियो रिपोर्ट.
ग्रामीणों का आरोप है कि अवैध खनन 100 रुपये की जीएसटी पर कई टनों के हिसाब से खनन सामग्री पंजाब ले जाई जा रही है और

ग्रामीण जितेंद्र कुमार का कहना है कि इंदौरा व फतेहपुर क्षेत्र में अवैध खनन की वजह से ग्राउंड वाटर लेवल 40 फीट तक पहुंच गया है, जो पहले 12 और बाद में 15 था. उन्होंने कहा कि अवैध खनन की वजह से 30 हजार परिवार प्रभावित हो रहे हैं. हमारे क्षेत्र में काफी खेतीबाड़ी होती थी, लेकिन अवैध खनन से वो भी प्रभावित हुई है. बड़े-बड़े वाहनों वाले खनन सामग्री लेकर जाते हैं, जिससे बच्चों का भी वहां से गुजरना मुश्किल हो गया है और कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं.

Intro:अवैध खनन से तंग होकर जिला कांगड़ा के पंजाब से सटे मंड क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लोगों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर एडीएम के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन सौंपने पहुंचे लोगों में मंड मियाणी, सनौर, बसंतपुर, पराल, मंड इंदौरा के लोगों का आरोप है कि अवैध खनन की वजह से उनका जीना दुश्वार हो गया है। इस मामले में हालांकि पंजाब सरकार भी चिंतित है और पंजाब सरकार ने पठानकोट और जिला कांगड़ा के जिलाधीशों को इस बारे कार्रवाई को कहा है, लेकिन अवैध खनन है कि थमने के बजाय बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि अब उनके सब्र का बांध टूट चुका है और यदि एक माह के भीतर कार्रवाई नहीं की गई तो उन्हें चक्का जाम करने को मजबूर होना पड़ेगा। Body:अवैध खनन से प्रभावित ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को चेताया है कि यदि एक माह के भीतर अवैध खनन पर कार्रवाई नही की गई और मंड क्षेत्र में चल रहा क्रशर बंद न करवाया तो मिलवां में चक्का जाम किया जाएगा तथा सरकारी कार्यालयों का भी घेराव किया जाएगा। ग्रामीणों का आरोप है कि अवैध खनन करके सामग्री पंजाब ले जाई जा रही है, 100 रुपये की जीएसटी पर कई टनों के हिसाब से खनन सामग्री ले जाई जा रही है। Conclusion:ज्ञापन देने आए ग्रामीण जितेंद्र कुमार का कहना है कि इंदौरा व फतेहपुर क्षेत्र में अवैध खनन की वजह से ग्राउंड वाटर लेवल 40 फीट तक पहुंच गया है, जो पहले 12 और बाद में 15 था। अवैध खनन की वजह से 30 हजार परिवार प्रभावित हो रहे हैं। हमारे क्षेत्र में खेतीबाड़ी काफी होती थी,लेकिन अवैध खनन से वो भी प्रभावित हुई है। बच्चों का भी वहां से गुजरना दुभर हो गया है, क्योंकि बड़े-बड़े वाहनों वाले जो खनन सामग्री लेकर जाते हैं, बच्चों को रास्ता नहीं देते और कई बार दुर्घटनाएं भी घटित हो चुकी हैं।
बाइट
ग्रामीण, जितेंद्र कुमार।
बाइट
एडीएम, मस्त राम भारद्वाज।
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