हमीरपुर: बस स्टैंड हमीरपुर पर बुधवार को पथ परिवहन निगम की एक बस 2 घंटे देरी से रवाना हुई. यह बस किसी तकनीकी खराबी के कारण नहीं बल्कि एक यात्री की वजह से 2 घंटे की देरी से बस स्टैंड हमीरपुर से रवाना की गई.
दरअसल प्रदेश सरकार के आदेशों के मुताबिक बसों में केवल 50 फीसदी सवारियां बसों में बिठाई जा सकती हैं, लेकिन बावजूद इसके शिमला से चंबा जा रही एक बस में हमीरपुर बस स्टैंड पर यात्रियों की संख्या अधिक हो गई, जिस कारण अधिकतर यात्रियों को पथ परिवहन निगम के कर्मचारियों ने समझा कर बस से उतार दिया, लेकिन एक महिला यात्री अपनी जिद पर अड़ी रही.
बसों में केवल 50% फीसदी सवारियां ही बैठ सकती हैं
बस अड्डा हमीरपुर के प्रभारी देवराज ने बताया कि प्रदेश सरकार के आदेशों के मुताबिक बसों में केवल 50% फीसदी सवारियां ही बैठ सकती हैं, लेकिन बस में अधिक सवारियां मौजूद थीं, जिस कारण बस को रोका गया था.
उन्होंने कहा कि बस में मौजूद अधिकतर सवारियों को समझा-बुझाकर कर उतार दिया गया, लेकिन एक महिला यात्री बस से उतरने को तैयार नहीं हुई. यह वाक्या हमीरपुर बस स्टैंड पर बुधवार दोपहर लगभग 12:30 बजे नजर आया.
अन्य यात्री बाद में निजी बस और टैक्सी कर अपने गंतव्य स्थान तक गए
हालांकि बाद में 52 सीटों की कैपेसिटी वाली इस बस को 28 सवारियों के साथ रवाना किया गया. वहीं, बस से उतारे गए अन्य यात्री बाद में निजी बस और टैक्सी कर अपने गंतव्य स्थान तक गए. बता दें कि प्रदेश सरकार के आदेशों के मुताबिक बसों को केवल 50% सवारी के साथ ही संचालित किया जा सकता है.
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