हमीरपुरः हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने बजट की सराहना करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 के लिए प्रस्तुत बजट देश को आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में बिल्कुल सही कदम है. उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में किस क्षेत्र की क्या आवश्यकता है, उन सबका इस बजट में पूरा ध्यान रखा गया है.
बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र का पूरा ध्यान
कोरोना महामारी के कारण देशवासियों में यह आस जगी थी कि स्वास्थ्य सेवाएं सबको उपलब्ध करवाने के लिए इस बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र को विशेष अधिमान दिया जाएगा. तो बजट में केंद्र सरकार ने भी स्वास्थ्य क्षेत्र का पूरा ध्यान रखते हुए स्वास्थ्य क्षेत्र के बजट में 137 प्रतिशत का इजाफा किया है. 2 लाख 38 हजार करोड़ रुपये का बजट स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए रखा गया है. उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि इस बजट से देश स्वास्थ्य के क्षेत्र में और भी सुविधाएं जुटाएगा, आत्मनिर्भर होगा और विदेशों की मदद भी कर पाएगा.
रक्षा क्षेत्र में भी उठाए महत्वपूर्ण कदम
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. पहले जो हथियार हम इम्पोर्ट करते थे, अब देश उन हथियारों को निर्यात करने वाला देश बन रहा है. कृषि क्षेत्र में 75 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किसानों के लिए किया गया है. जल जीवन मिशन का दायरा बढ़ाकर अब शहरी क्षेत्रों को भी इसमें लिया गया है. न्यूट्रिशन मिशन हमारे विकास के कदमों की प्रमाणिकता बताता है.
आत्मनिर्भर भारत के लिए है बजट
प्रो. धूमल ने कहा कि चारों दिशाओं से हर क्षेत्र में भारत का विकास हो, भारत आत्मनिर्भर बने, ऐसा माहौल बनाने में इस बजट का महत्वपूर्ण योगदान होगा. 75 वर्ष की आयु पार कर चुके वरिष्ठ नागरिकों को, यदि उनकी आय केवल पेंशन से और किराए से है तो आयकर से बाहर रखा गया है. केंद्रीय वित्त मंत्री हर क्षेत्र को और इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए प्रावधान करने का प्रयास किया है. आने वाले पांच वर्षों में देश की सड़कें और इंफ्रास्ट्रक्चर विश्व स्तर का हो इस बात का जिक्र भी बजट में किया गया है.
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