हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए प्रदेश सरकार ने हिमाचल प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लगा दिया है. इस कर्फ्यू का असर आम मध्यवर्गीय व्यापारियों पर देखने को मिल रहा है.
सब्जी बेचने को मजबूर रेहड़ी लगाने वाले
रोजाना काम कर रोजी रोटी जुटाने वाले लोग अब सब्जी बेचने को मजबूर हो गए हैं. कर्फ्यू के आदेशों के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में हर जिले में दुकानें केवल 3 घंटे के लिए खुली रहेंगी लेकिन सिर्फ जरूरी सामान दुकानें ही खुली रखी गई हैं. कर्फ्यू में रेहड़ी लगाने पर भी पाबंदी लगाई गई है जिसका असर रेहड़ी लगाने वालों पर साफ तौर पर दिखाई दे रहा है. हमीरपुर में रेहड़ी लगाने वाले लोग अब सब्जियां बेचने के लिए मजबूर हैं.
कर्फ्यू के दौरान रेहड़ी लगाने पर है पाबंदी
हमीरपुर में बर्गर की रेहड़ी लगाने वाले नेत्रपाल ने बताया कि कोरोना काल मे कर्फ्यू लगने के बाद बर्गर का काम बंद हो गया. इसके बाद 10 से 12 दिन घर पर रहे लेकिन इस दौरान उन्हें खाने-पीने की काफी परेशानी होने लगी जिस कारण उन्होंने सब्जी बेचने का कार्य शुरू किया. उन्होंने बताया कि हर रोज कमाकर खाने वाले व्यक्ति को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. नेत्रपाल ने बताया कि कर्फ्यू के दौरान उन्हें खाने-पीने के साथ-साथ कमरे का किराया देना भी मुश्किल हो गया है. अभी भी सब्जी बेच कर वह केवल घर के खाने-पीने का खर्चा चला पा रहे हैं.
ये भी पढ़ें: शिमला शहर में नहीं हो रही मुनाफाखोरी, प्रशासन दुकानदारों पर रखता है पूरी नजर