हमीरपुर: वन मंत्री राकेश पठानिया ने हमीरपुर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सम्मेलन कक्ष में कोविड-19 महामारी के संक्रमण को रोकने एवं निवारक उपायों की समीक्षा के लिए आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता की.
इसमें स्थानीय विधायक नरेंद्र ठाकुर, पूर्व विधायक एवं एचआरटीसी के उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री भी उपस्थित थे. राकेश पठानिया ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन उपलब्ध होने तक मास्क पहनना, निश्चित दूरी और बार-बार हाथ धोना ही संक्रमण से बचाव के प्रभावी उपाय हैं. जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं के मंत्र को आत्मसात करते हुए लोगों को इन नियमों के अक्षरशः अनुपालन के लिए प्रेरित करें.
वन मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि प्रदेश सरकार कोविड-19 संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है और पूर्ण सजगता के साथ इस दिशा में कार्य किया जा रहा है. इसी क्रम में सम्पूर्ण प्रदेश में हिम सुरक्षा एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान चलाया गया है.
जिला में हिम सुरक्षा अभियान के लिए 532 टीमें गठित
इसके अंतर्गत स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर सभी लोगों की कोविड-19, तपेदिक, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, कुष्ठ रोग इत्यादि के लक्षणों के प्रति जानकारी एकत्र की जा रही है और लक्षण वाले लोगों के नमूने भी लिए जा रहे हैं. हमीरपुर जिला में हिम सुरक्षा अभियान के लिए 532 टीमें गठित की गई हैं.
अभी तक इन टीमों द्वारा लगभग एक लाख 16 हजार लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है, जो कि जिला की कुल आबादी का लगभग 27 प्रतिशत है. उन्होंने जिला प्रशासन एवं सभी विभागों से आग्रह किया कि वे पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण से कार्य करते हुए आपसी समन्वय को और सुदृढ़ करें, ताकि आने वाले दो-तीन सप्ताह में संक्रमण की चुनौतियों से पूरी गंभीरता एवं और प्रभावी ढंग से निपटा जा सके.
उपमंडलाधिकारी माइक्रो मैनेजमेंट के अंतर्गत अपने कार्यक्षेत्र में लघु इकाईयां गठित कर इन प्रयासों को जमीनी स्तर तक ले जाएं, ताकि एक्टिव केस की संख्या को वर्तमान के आधे से भी कम तक लाया जा सके.