भोरंज/हमीरपुर: राष्ट्रीय किसान संगठन ने प्रदेश के किसानों को सूखे से हुए नुकसान का मुआवजा देने के साथ प्रदेश की जलवायु के अनुसार बीज मुहैया करने की मांग की है. राष्ट्रीय किसान संगठन भोरंज इकाई की बैठक ब्लॉक अध्यक्ष एवं कंज्याण पंचायत के पूर्व प्रधान पवन कुमार की अध्यक्षता में भोरंज में संपन्न हुई. इस बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. रमेश डोगरा बतौर मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रहे.
भोरंज में आयोजित बैठक में सर्व प्रथम प्रदेश सरकार की ओर से आवारा पशुओं के लिए साढे तीन सालों में कोई भी नीति न बनाने पर रोष प्रकट किया गया. घोषणा के मुताबिक सरकार की ओर से पंचायत स्तर पर गौसदन खोलने पर अभी तक कुछ भी कार्य न होने पर कड़े शब्दों में निंदा की गई. पंचायत स्तर पर संगठन की ईकाईयों के गठन व किसानों की सहभागिता बढ़ाने का निर्णय लिया गया.
जंगलीजानवरों की समस्या
बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. रमेश डोगरा ने कहा कि हिमाचल प्रदेष में किसान लावारिस पशुओं, जंगली जानवारों के नुकसान के कारण खेती बाड़ी करना छोड़ रहा है. वहीं, प्रदेश की जलवायु के अनुसार किसानों को बीज न मिलने के कारण कृषि उत्पादकता में कमी हो गई है.
आवारा पशुओं की समस्या के लिये विशेष नीति की मांग
डॉ. रमेश डोगरा ने सरकार से मांग की कि खेतीबाड़ी के प्रति किसानों का मनोबल बना रहे इसके लिये बाहरी राज्यों के बीज के बजाए प्रदेश में तैयार बीज दिया जाए तथा आवारा पशुओं की समस्या के लिये विशेष नीति बनाई जाए. बारिश न होने के कारण प्रदेश में सूखे की स्थिति पैदा हो गई है. इससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. उन्होंने सरकार से किसानों को नुकसान का मुआवजा देने व एमएसपी पर किसानों को गारंटी देने की मांग की.
उपाध्यक्ष डॉ. डोगरा ने कहा कि अगर सरकार ने किसानों की समस्याओं को हल नहीं किया तो संगठन ब्लॉक व जिला स्तर अपना ज्ञापन देकर विरोध जताएगा. बैठक में पवन कुमार, संतोश कुमार, मनोज कुमार, दीप चंद, विपिन कुमार, रोशन लाल, सूबेदार रमेश चंद व अन्य उपस्थित थे.
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