हमीरपुर: विपक्ष का काम सवाल करना होता है और सप्ताह में बैठी सरकार को जवाब देना होता है. 5 वर्ष पहले भाजपा ने चुनावों के वक्त दृष्टि पत्र जारी किया था उस पर भाजपा के दृष्टि नहीं पड़ी है. हिमाचल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और सुजानपुर से प्रत्याशी राजेंद्र राणा ने सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान यह बयान दिया है. कांग्रेस नेता राजेंद्र राणा ने कहा कि जब सत्ता में भाजपा है तो भाजपा को ही जवाब देना होगा कांग्रेस विपक्ष में है. विपक्ष का कार्य सवाल पूछना होता है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद जवाब देगी अभी फिलहाल यह काम भाजपा का है. 5 साल में भाजपा ने वादाखिलाफी करते हुए लोगों को नहीं पूछा है. महंगाई के नाम पर प्रदेश में लूट मची हुई है. बहुत हुई महंगाई की मार और अच्छे दिन आएंगे वाले नारों पर अब भाजपा बात नहीं कर रही है. जब इन नारों पर सवाल पूछे जा रहे हैं तो भाजपा नेता शरमा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार को विदा करने के लिए बेताब प्रदेश की जनता चुनाव प्रचार में कांग्रेस के साथ आ खड़ी हुई है. उन्होंने कहा कि सरकार की तानाशाही के चलते बेरोजगारी की समस्या कम होने की बजाय ज्यादा बढ़ी है. (Himachal Pradesh Assembly Election 2022) (Rajinder Rana on BJP)
नौकरी देने की प्रक्रिया में चले सत्ता संरक्षित भ्रष्टाचार के कारण प्रदेश की शिक्षित व प्रशिक्षित युवा प्रतिभाएं न केवल कुंठित हुई हैं बल्कि उनके परिवार बीजेपी के इस रवैये को देखकर गहरे अवसाद और तनाव में जा पहुंचे हैं. क्योंकि जिन लोगों ने अपने बच्चों को बैंकों से कर्जा लेकर पढ़ाया व प्रशिक्षित करवाया था उन लोगों का भविष्य दांव पर लगा है. एक ओर ऐसी जनता को बच्चों के भविष्य की चिंता परेशान कर रही है और दूसरी ओर पढ़ाई के लिए, लिए गए बैंकों के कर्जे की किश्तें न चुका पाने की स्थिति में उन लोगों पर दिनोंदिन कर्जे का बोझ बढ़ता जा रहा है.
राणा ने कहा कि बीजेपी के राज में चारों ओर से आम जनता को मार पड़ी है, लेकिन बीजेपी अभी भी जनता के आम मुद्दों को भूलकर वोट मांगने की हिम्मत और हिमाकत दिखा रही है जबकि 5 साल तक जनता को अपनी नाकामियों से तंग व दुखी करने वाली बीजेपी को नैतिकता के आधार पर वोट मांगने का कोई हक नहीं है. राणा ने सुजानपुर की जनता से आह्वान करते हुए कहा कि बीजेपी वाले जब वोट मांगने आएं तो उनसे पूछें जरूर कि 5 साल तक सुजानपुर के विकास को रोकने की आखिर वजह क्या थी.
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