हमीरपुर: जिला हमीरपुर की लंबलू उप तहसील पर भाजपा और कांग्रेस में श्रेय लेने की होड़ मच गई है. भाजपा विधायक और प्रदेश सरकार इसे अपनी उपलब्धि बता रही है तो वहीं, पूर्व विधायक कुलदीप पठानिया इसे अपनी उपलब्धि गिना रहे हैं.
इस मामले में अब हाल ही में नोटिफिकेशन सरकार द्वारा जारी की गई है. जिसके बाद मामला फिर चर्चा में है. नोटिफिकेशन जारी होने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं की तरफ से जश्न शुरू हो गया है. वहीं, कांग्रेस की तरफ से प्रशासन पर सवाल उठाना शुरू कर दिए हुए हैं.
हमीरपुर में मंगलवार को प्रेस वार्ता कर पूर्व विधायक कुलदीप पठानिया ने लंबलू उप तहसील को तत्कालीन वीरभद्र सरकार की देन बताया है. कुलदीप पठानिया का कहना है कि इस उप तहसील की घोषणा तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने की थी.
उन्होंने कहा कि उस वक्त कुछ पटवार सर्कल को मर्ज करने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई थी, जबकि भाजपा सरकार ने इसे पूरा करने के लिए 4 साल का वक्त लगा दिया, लेकिन अभी तक पटवार सर्कल कि जो समस्या थी वह जस की तस बनी हुई है. बड़े पटवार सर्कल को अभी तक विभाजित नहीं किया गया है.
उन्होंने कहा कि यदि इस तरह की नोटिफिकेशन सरकार की तरफ से की जानी थी तो इतना वक्त किस कार्य के लिए लगाया गया यह नोटिफिकेशन तो पहले भी की जा सकती थी. उन्होंने कहा कि पुराने ड्राफ्ट में जो पटवार सर्कल सृजित किए जाने का प्रस्ताव था उनको भी मुख्यमंत्री सृजित करें, ताकि यहां पर लोगों को सुविधा मिल सके.
गौरतलब है कि उपतहसील लंबलू को लेकर हमीरपुर के सदर विधानसभा क्षेत्र में लंबे समय से कांग्रेस और भाजपा में खींचतान चली हुई है. दोनों ही दल सदर विधानसभा क्षेत्र के इस महत्वपूर्ण कस्बे और क्षेत्र पर नजरें जमाए हुए है. आगामी विधानसभा चुनावों के दृष्टिगत यह क्षेत्र दोनों ही दलों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
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