सुजानपुर: महाराष्ट्र में निजी टीवी चैनल के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी के बाद जमकर सियासत गर्माई हुई है. सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक निंदा की जा रही है. इस कार्रवाई को लेकर महाराष्ट्र पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचलने की बात कही जा रही है. वहीं, इस मामले में हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने समीरपुर में कहा कि महाराष्ट्र में 'आपातकाल' लौट आया है. पत्रकार अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी संविधान में वर्णित मौलिक अधिकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है.
बार-बार संविधान को खतरे में बताकर लोगों में डर पैदा करने वाली कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र के चैथे स्तंभ पर महाराष्ट्र सरकार के सीधे हमले को लेकर क्या अब संविधान की दुहाई देकर अपनी खमोशी तोड़ेगी?
उन्होंने ने कहा कि मुंबई पुलिस ने वरिष्ठ पत्रकार को जिस तरह हिरासत में लिया है वो बेहद निंदनीय है. दरअसल, ये कांग्रेस का चरित्र ही है कि वह जब भी सत्ता में आती है प्रजातंत्र के चैथे स्तंभ को ऐसे ही अपमानित करने का प्रयास करती है.
धूमल ने कहा कि कांग्रेस और महाराष्ट्र में उसकी गठबंधन सरकार ने एक बार फिर लोकतंत्र को शर्मसार किया है. एक पत्रकार के खिलाफ सत्ता का दुरुपयोग अभिव्यक्ति की आजादी और लोकतंत्र पर सीधा हमला है. देश इस शर्मनाक हरकत को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगा.
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