हमीरपुर: नॉन प्रैक्टिस अलाउंस के बंद होने पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिला हमीरपुर में भी डॉक्टर और प्रशिक्षु डॉक्टरों ने विरोध शुरू कर दिया है. प्रदेश की तरह ही हमीरपुर जिले में भी डॉक्टरों ने पेन डाउन स्ट्राइक शुरू कर दी है. दरअसल, हमीरपुर मेडिकल कॉलेज परिसर में डाक्टरों ने 11 बजे तक ओपीडी में कामकाज ठप रखा. वहीं, डॉक्टरों की पेन डाउन स्ट्राइक के चलते सुबह से लेकर 11 बजे तक मरीजों को इलाज के लिए इंतजार करना पड़ा और लंबी-लंबी कतारों में लगकर मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी.
'पेन डाउन हड़ताल से मरीजों को हुई परेशानी': पेन डाउन स्ट्राइक के दौरान रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के अध्यक्ष डॉक्टर आशीष शर्मा के साथ-साथ मेडिकल कॉलेज स्टूडेंट,एससीए के पदाधिकारी भी मौजूद रहे. वहीं, मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज करवाने पहुंचे मरीजों का कहना है कि सुबह से इलाज के लिए इंतजार कर रहे हैं, लेकिन डाक्टरों के ओपीडी में ना बैठने पर दिक्कतें पेश आई हैं. उन्होंने बताया कि डॉक्टरों की पेन डाउन हड़ताल से लोगों को काफी परेशानी का सामने करना पड़ रहा है.
'सरकार नहीं मानी तो आगे की रणनीति की जाएगी तय': मेडिकल कॉलेज हमीरपुर की प्रशिक्षु डाक्टरों कशिश ने बताया कि एनपीए को लेकर सरकार का निर्णय से प्रशिक्षु डाक्टर भी परेशान है और इस निर्णय को जल्द वापस लिया जाए. मेडिकल कॉलेज हमीरपुर चिकित्सक फैकल्टी एसोसिएशन के महासचिव संजय ठाकुर का कहना है कि सरकार की नई अधिसूचना के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा है. इस शांतिपूर्वक प्रदर्शन से सरकार को बताया जा रहा है कि इससे क्या परिणाम होंगे. उन्हाेंने बताया कि पेन डाउन स्ट्राइक दो घंटे की जा रही है और अगर फिर भी सरकार नही मानी तो आगामी रणनीति तय की जाएगी. हमीरपुर मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी एसोसिएशन के प्रधान सुभाष का कहना है कि डाक्टरों के एनपीए को लेकर सरकार की अधिसूचना के विरोध में डाक्टरों के द्वारा विरोध किया जा रहा है. इसी के कारण पेन डाउन हड़ताल की जा रही है.
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