हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में कोविड महामारी के कारण एक लंबे अंतराल के बाद अब लगभग 11 महीने बाद प्रदेश में 1 फरवरी से स्कूल खुल गए हैं. हालांकि अभी कोरोना महामारी पूरी तरह से थमी नहीं है, इसलिए स्कूलों में कोविड 19 के दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन किया जा रहा है.
कोरोना प्रोटोकॉल के साथ थर्मल स्कैनिंग और मास्क सभी विद्यार्थियों और अध्यापकों के लिए सुनिश्चित किया गया है. विद्यार्थियों के प्रवेश के समय थर्मल स्कैनिंग और सेनिटाइजेशन का पूरा ध्यान रखने के साथ कक्षाओं में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है.अब स्कूलों को खुले हुए एक हफ्ते से ज्यादा का समय हो गया है. ऐसे में अब पहले दिन के मुकाबले स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ी है.
स्कूलों में कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का किया जा रहा पालन
वरिष्ट माध्यमिक पाठशाला (कन्या) के प्रधानाचार्य विजय गौतम ने बताया कि स्कूल खुलने के बाद अब स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ी है. प्रधानाचार्य ने बताया के पहले दिन महज 146 विद्यार्थी स्कूल पहुंचे थे, लेकिन अब मंगलवार को 299 विद्यार्थी स्कूल पहुंचे हैं. विद्यार्थियों के आने की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. प्रधानाचार्य ने बताया कि स्कूलों में सरकार की ओर से जारी किए कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जा रहा है. प्रधानाचार्य ने कहा कि अगर किसी विद्यार्थी का तापमान सामान्य से अधिक पाया जाता है, तो तुरंत उसके अभिभावकों को सूचित किया जाता है और उसे उनके साथ भेज दिया जाता है.
इन कक्षाओं तक खुले स्कूल
बता दें कि अभी केवल 5वी और 8वीं कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक के स्कूल खुले हैं. इन कक्षा के लिए मिड डे मील के सुविधा उपलब्ध थी, लेकिन हमीरपुर में मिड डे मील वर्कर कोरोना वायरस पाए जाने के बाद सरकार ने समरूपता लाने के लिए मिड डे मील बंद कर दिया और मिड डे मील का सूखा राशन विद्यार्थियों को दिया जा रहा है और खाना बनाने पर जो लागत आती है उसे अभिभावकों के खातों में दिया जा रहा है.
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