हमीरपुर: एनआईटी हमीरपुर में भौतिक एवं फोटोनिक्स विज्ञान में एमएससी के स्टूडेंट रहे दीपक भारद्वाज यूके के ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी में क्वांटम इंजीनियरिंग में पीएचडी के लिए चयनित हुए हैं. पीएचडी के दौरान उन्हें 2 करोड़ से ज्यादा की स्कॉलरशिप मिलेगी. एनआईटी हमीरपुर के किसी स्टूडेंट को फॉरेन यूनिवर्सिटी में अब तक की सबसे बड़ी स्कॉलरशिप मिली है.
दीपक भारद्वाज हरियाणा के पानीपत के रहने वाले हैं. वह एनआईटी हमीरपुर से पास आउट हुए हैं. दीपक ने अपनी प्रतिभा के दम पर यूके की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ब्रिस्टल में प्रवेश पाया है. उनकी रिसर्च का विषय अल्ट्रा कोल्ड अल्कली परमाणुओं के साथ शेकन लैटिस इंटरफेरोमीटर रहेगा. इस विषय पर दीपक भारद्वाज चार साल तक शोध करेंगे. इस दौरान उन्हें 2 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप दी जाएगी.
बताया जा रहा है कि ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी में क्वांटम इंजीनियरिंग सीडीटी इंटरनेशनल स्कॉलरशिप से सम्मानित होने वाले दीपक भारद्वाज एनआईटी हमीरपुर के पहले स्टूडेंट है. एनआईटी हमीरपुर के निदेशक प्रोफेसर एचएम सूर्यवंशी, रजिस्ट्रार डॉ. अर्चना संतोष नानोटी, संकाय सदस्यों और कर्मचारियों ने दीपक भारद्वाज को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई दी और भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दी.
दीपक भारद्वाज ने बताया कि उन्हें ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी में पीएचडी में प्रवेश मिला है. इस दौरान उन्हें 2 करोड़ की स्कॉलरशिप मिलेगी. एनआईटी हमीरपुर से एमएससी की पढ़ाई उन्होंने साल 2021 में पूरी की थी. इसके बाद वह आईआईटी गुवाहाटी में एक प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए चले गए. इस दौरान उन्होंने ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी से संपर्क किया. इस सफलता के लिए उन्होंने एनआईटी हमीरपुर के सभी शिक्षकों का आभार व्यक्त किया. एनआईटी हमीरपुर के निदेशक प्रोफेसर एचएम सूर्यवंशी ने कहा कि दीपक भारद्वाज एक महत्वपूर्ण विषय पर शोध करेंगे. संस्थान के लिए यह गर्व का विषय है. इस उपलब्धि के लिए उन्होंने दीपक भारद्वाज और संबंधित विभाग को बधाई दी.
भौतिक एवं फोटोनिक्स विज्ञान विभाग के प्रमुख एवं दीपक के प्रोफेसर कुलदीप शर्मा ने कहा कि दीपक भारद्वाज ने संस्थान का नाम रोशन किया है. यह विभाग और संस्थान में छात्रों को दी जाने वाली सबसे बड़ी स्कॉलरशिप में से एक है. इस तरह की उपलब्धि संस्थान के अन्य छात्रों को प्रसिद्ध विश्व स्तरीय प्रतिष्ठित संस्थानों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगी. उन्होंने कहा कि संस्थान के निदेशक डॉ. एचएम सूर्यवंशी की अगुआई में छात्रों को पढ़ाई करने का बेहतर माहौल मिल रहा है.
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