भोरंज/हमीरपुर: केंद्र सरकार द्वारा खाद के दामों में सात से लेकर चार रुपये की वृद्धि करने पर राष्ट्रीय किसान संगठन ने कड़ा विरोध जताया है. साथ ही, केंद्र व प्रदेश सरकार को किसान विरोधी करार दिया है.
राष्ट्रीय किसान संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. रमेश डोगरा ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के हितों की रक्षा करने में नाकाम साबित रही है. किसान विरोधी कार्य करके किसानों पर आर्थिक बोझ डालने का काम किया जा रहा है.
खाद के दामों में बढ़ोतरी
रमेश डोगरा ने कहा कि 50 किलो बैग के डीएवी दाम 1200 रुपये से बढ़ा कर 1900 रुपये कर दिये हैं. इसी तरह 12:32:16 खाद के दाम 1 हजार 185 रुपये से 1 हजार 800 रुपये, 10:26:26 के दाम 1 हजार 175 रुपये से बढ़ा कर 1 हजार 775 रुपये और 20:20:13 खाद के दाम 925 रुपये प्रति बैग से बढ़ाकर 1 हजार 350 रुपये कर दिये हैं.
खाद के दाम बढ़ने का आम लोगों पर असर
राष्ट्रीय किसान संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष रमेश डोगरा ने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर किसानों की आमदनी दोगुनी करने की बात रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर किसानों के हितों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. उन्होंने कहा कि खाद के दाम बढ़ने से सब्जी और दालों के दाम भी बढ़ेंगे. इससे इसका सीधा असर आम लोगों पर पड़ेगा. केंद्र सरकार अपने अहंकार के कारण कृषि कानून को वापिस नहीं ले रही है. सरकार खाद के दाम बढ़ा कर किसानों को परेशान करने का काम किया है.
किसानों को मिले फसल का मुआवजा
रमेश डोगरा ने कहा कि राष्ट्रीय किसान संगठन किसानों के हितों की आवाज केंद्र व प्रदेश सरकार तक पहुंचाने के लिये काम कर रहा है. हिमाचल प्रदेश में लंबे समय से बारिश न होने से सूखे की स्थिति बन गई है. राष्ट्रीय किसान संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष रमेश डोगरा ने सीएम जयराम ठाकुर से मांग की कि प्रदेश को सूखा राज्य घोषित किया जाए. साथ ही किसानों को फसल का मुआवजा दिया जाए.
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