भोरंज: उपमंडल भोरंज के बाल विकास परियोजना अधिकारी के सौजन्य से वृत भोरंज में स्थानीय खाद्य व्यजनों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसकी अध्यक्षता भोरंज विधायक कमलेश कुमारी ने की.
इस मौके पर बेटियों को एफडी बांटी गई. भोरंज बाल विकास परियोजना अधिकारी जीत राम चौधरी ने प्रदर्शनी के दौरान उपस्थित लोगों को पोषण के महत्व की जानकारी दी. इस मौके पर आंगनबाड़ी केंद्र सुंगरवाड, दियालडी, खतरवाड़, टिक्करी मिन्हासा, बस्सी, लदेड़ा, बैलग के लोगों ने भाग लिया.
लोगों को बताया गया कि खान-पान की आदत सही न रखने से कुपोषण, एनीमिया जैसे रोग होते हैं. पुराने जमाने में हमारे भोजन का मुख्य हिस्सा खमीर युक्त रोटी थी जोकि आजकल कोई नहीं बनाता. ये रोटी गेंहू के आटे को खमीरीकृत करके बनाई जाती थी, जिसके कारण ये अधिक पौष्टिक होती थी और इसे पचाना भी आसान होता था.
दालों को अंकुरित कर के पका के खाने से भी पौष्टिकता बढ़ जाती है. खाना बनाने के लिए एल्युमिनियम के बर्तनों का प्रयोग किया जाता है जो स्वस्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हैं. इसकी जगह पीतल व लोहे के बर्तनों का प्रयोग करना चाहिए.
इसके अलावा बाजार में उपलव्ध फल व सब्जियों में केमिकल लगा होता है. जंक फूड भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. उन्होंने बताया कि लोगों को घर में उगाई गई सब्जियों और फलों का प्रयोग करना चाहिए जिससे लोग स्वस्थ रह सकें.
इस मौके पर लगाई गई प्रदर्शनी में विधायक कमलेश कुमारी ने निरीक्षण किया व अपने संबोधन में महिलाओं को सशक्त होने के लिये प्रेरित किया. उन्होंने इस मौके पर बेटियों को 12000 की एफडीयां बांटी.