हमीरपुर: आउटसोर्स कर्मचारियों के मुद्दे पर हिमाचल में घमासान मचा हुआ है. हिमाचल विधानसभा और विधानसभा से बाहर भी पक्ष-विपक्ष के नेता इस मुद्दे को लेकर आमने-सामने हैं. बड़सर विधानसभा क्षेत्र से विधायक इंद्र दत्त लखनपाल ने भी इस मुद्दे पर पूर्व की भाजपा सरकार को घेरा है तथा विपक्ष पर बेवजह बयानबाजी और विधानसभा से वॉक आउट करने का आरोप लगाया है. दरअसल, बड़सर के विधायक इंद्र दत्त लखनपाल ने आज मैहरे के विश्राम गृह में लोगों की जन समस्याओं को सुना. जन समस्याएं सुनने के बाद विधायक इंद्रजीत लखन पाल मीडिया कर्मियों से भी रूबरू हुए और विपक्ष के बयानों पर तीखा पलटवार किया.
विधायक ने कहा कि 125 कंपनियों के माध्यम से कर्मचारी रखे गए थे और इसमें एक बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा किया गया था. इस कार्य में नियमों को पूरी तरह से ताक पर रखा गया था. कर्मचारियों को लेकर अपने कार्यकाल में भाजपा ने कोई नीति नहीं बनाई और अब बिना वजह बातें कर रहे हैं. वहीं, विपक्ष के नेताओं को जबाव देते हुए उन्होंने कहा कि अपने पांच साल के कार्यकाल में भाजपा ने आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए कोई नीति नहीं बनाई और अब सरकार बदलने पर बातें की जा रही हैं.
उन्होंने कहा कि जिन कर्मचारियों को रखने के लिए कायदे कानूनों को ताक पर रखा गया था, उन पर कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि विधानसभा के दौरान सदन का वॉकआउट करना ठीक बात नहीं है. विधायक इंद्र दत्त लखनपाल ने मौके पर लोगों की जन समस्याओं का समाधान भी किया. वहीं, कुछ समस्याओं को उन्होंने जल्द हल करने का आश्वासन भी दिया.
इस अवसर पर लोगों की अधिकतर समस्याएं बिजली, पानी, सड़क और राजस्व विभाग से संबंधित थीं. जिनका विधायक ने मौके पर ही समाधान किया. इस दौरान विधायक लखनपाल ने कहा प्रदेश की सुक्खू सरकार के नेतृत्व में विकास के नए आयाम स्थापित किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि घर द्वार पर जाकर भी वह लोगों की समस्याओं का समाधान करते रहे हैं.