हमीरपुर: कोरोना संकटकाल में बाहरी राज्यों से नौकरी छोड़ कर घर लौटे बेरोजगार हो चुके लोगों को रोजगार से जोड़ने का सरकार का दावा नौकरी के आंकड़ों तक नहीं पहुंच सका है. अभी तक सरकार के पास यह आंकड़ा नहीं है कि कितने लोगों को एक बार फिर से रोजगार मिला है.
कोरोना संकटकाल के लगभग आठ महीने होने वाले हैं, लेकिन अभी तक सरकार के पोर्टल पर नौकरी से हाथ धो चुके युवाओं का पंजीकरण ही चल रहा है. रविवार को हमीरपुर में आयोजित जन मंच में प्रदेश सरकार में मंत्री राजेंद्र गर्ग से जब यह सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब में कहा कि सरकार के पास अभी यह आंकड़ा तो नहीं है, लेकिन सरकार इस दिशा में कार्य कर रही है.
खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने कहा कि सरकार के पास सभी आंकड़ा नहीं है कि रोजगार से कितने लोगों को जोड़ा जा चुका है. पोर्टल पर इन दिनों पंजीकरण चल रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत भी बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिया जा रहा है. यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि जो लोग अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, उन्हें सरकार की योजनाओं के तहत सुविधा उपलब्ध करवाई जाए.
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोरोना संकटकाल में प्रदेश में नौकरी छोड़ कर लौटे लोगों को उनकी क्षमता के अनुसार वर्गीकृत कर उन्हें रोजगार से जोड़ने का दावा किया था, लेकिन अब लगभग 8 महीने बीत जाने के बाद भी इस विषय पर सरकार का आंकड़ा ना होने का तर्क कागजी दावों का प्रमाण साबित हो रहा है.
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