हमीरपुर: लोगों की सेहत का जिम्मा संभालने वाले खाद्य सुरक्षा विभाग हमीरपुर के पास मामूली जांच उपकरण तक नहीं हैं. हालात ऐसे हैं कि दुकानों में बिकने वाले मांस की जांच के लिए विभाग के पास आइस बॉक्स तक नहीं है. छोटी-मोटी रूटीन के निरीक्षण में इस्तेमाल होने वाली सामग्री भी विभाग के पास उपलब्ध नहीं है.
जब इस बारे में विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर अरुण चौहान से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कच्चे मांस के सैंपल के लिए आइस बॉक्स की जरूरत होती है, वह फिलहाल उनके पास नहीं है.
बता दें कि पिछले दिनों धर्मशाला से हमीरपुर आई मोबाइल टेस्टिंग वैन के माध्यम से सैंपल टेस्ट तो किए गए थे, लेकिन विभाग कि इस वैन में भी कुछ ज्यादा सुविधाएं नहीं थी. विभाग ने दिवाली के सीजन में दुकानों से मिठाइयों के सैंपल लिए थे, लेकिन अभी तक उनकी रिपोर्ट ही नहीं आई है. ऐसे में लोगों की सेहत का जिम्मा संभालने वाला विभाग खुद ही बीमार नजर आ रहा है.
डीसी हमीरपुर हरिकेश मीणा से मामले को लेकर बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं थी. इस बारे में विभागीय अधिकारियों से जानकारी ली जाएगी. जल्द ही सीएमओ से इस बारे में रिव्यू किया जाएगा.
हैरानी की बात यह है कि हर बार 'मंडे मीटिंग' में हर विभाग से उपायुक्त रिपोर्ट लेते हैं, लेकिन विभाग की तरफ से इन छोटी-मोटी कमियों का जिक्र तक मंडे मीटिंग में नहीं किया जाता. वहीं, मीडिया के सामने उपकरण ना होने का विभागीय अधिकारी रोना रो रहे हैं.