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JOA IT Paper Leak Case :आरोपी महिला अधिकारी के बेटे ने 9 महीने में 2 परीक्षाएं की पास, 1 में रहा टॉपर

जूनियर ऑफिस असिस्टेंट पोस्टकोड 965 के पेपर लीक मामले की जांच में सामने आया है कि आरोपी महिला अधिकारी के बड़े बेटे ने 9 महीने के अंदर आयोग की 2 परीक्षाओं को पास किया, जिसमें एक में उसने टॉप किया.(HP Staff Selection Commission paper leak case)

JOA IT Paper Leak Case
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Published : Dec 24, 2022, 12:39 PM IST

Updated : Dec 24, 2022, 1:32 PM IST

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी महिला अधिकारी उमा आजाद के बड़े बेटे ने 9 महीने के भीतर आयोग की 2 परीक्षाएं पास की थी. इतना ही नहीं आरोपी महिला अधिकारी का बड़ा बेटा नितिन आजाद एक परीक्षा में टॉपर रहा था. हालांकि, इस परीक्षा को टॉप करने के बाद जॉइनिंग करने के 3 महीने के अंदर उसने इस्तीफा दे दिया था. (HP Staff Selection Commission paper leak case)

नीलामीकर्ता की नौकरी ज्वाइन की: नितिन आजाद कृषि उपज एवं विपणन समिति हमीरपुर में नीलामीकर्ता की नौकरी पर लगा था. 5 मार्च 2022 को हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के तरफ से कृषि उपज एवं विपणन समिति के नीलामीकर्ता के 6 पदों का परिणाम घोषित किया गया था ,जिसमें उमा आजाद का बेटा नितिन आजाद 71.73 अंक लेकर टॉपर रहा था. परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद नितिन आजाद हमीरपुर में कृषि उपज एवं विपणन समिति में नौकरी ज्वाइन तो की ,लेकिन 3 महीने के भीतर इस्तीफा दे दिया और 3 महीने बाद फिर कर्मचारी चयन आयोग की एक और परीक्षा को पास कर ली. (JOA IT Paper Leak Case)

15 दिसंबर को परिणाम में मिले 70.50% अंक: जूनियर ऑफिस असिस्टेंट पोस्टकोड 965 के पेपर लीक से महज 8 दिन पहले 15 दिसंबर को कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर की तरफ से मार्केट सुपरवाइजर के 12 पदों का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया था ,जिसमें नितिन आजाद ने 70.50% अंक हासिल किए थे यह पद भी कृषि उपज एवं विपणन समिति में ही भरा जाना था. हालांकि नितिन आजाद अभी नौकरी इस पद पर ज्वाइन नहीं कर पाया था. (himachal JOA IT Paper Leak Case)

बड़े बेटे की नौकरी पर संकट: पेपर लीक मामले में प्रारंभिक जांच में कर्मचारी चयन आयोग की गोपनीय ब्रांच में तैनात वरिष्ठ सहायक उमा आजाद के मुख्य आरोपी बनने के बाद अब बड़े बेटे की नौकरी पर भी संकट छा गया है.अब यह तय माना जा रहा है कि आरोपी महिला के कार्यकाल में हुई परीक्षाओं की विजिलेंस बारीकी से जांच करेगी. ऐसे में जॉइनिंग से पहले ही आरोपी महिला के बेटे की नौकरी पर भी संकट छा गया है.(JOA IT Paper Leak in HP)

आखिर नौकरी लगने से पहले क्यों दिया इस्तीफा: पेपर लीक मामले में महिला कर्मचारी उमा आजाद के छोटे बेटे निखिल आजाद को आरोपी बनाया गया है. बताया जा रहा है कि यह अपनी मां के साथ मिलकर जूनियर ऑफिस अस्सिटेंट पोस्ट कोड 965 के पेपर को बेचने के कार्य में जुटा था. पेपर के खरीददार ढूंढने में निखिल और दलाल संजय की भूमिका अहम मानी जा रही है. वहीं आरोपी महिला के बड़े बेटे के द्वारा 9 महीने के भीतर ही 2 परीक्षाओं को पास कर लेना भी अब विजिलेंस के लिए जांच का विषय होगा.

विजिलेंस इस पहलू पर जांच करेगी कि आखिर क्या बात है कि नितिन आजाद ने मार्केट सुपरवाइजर का टेस्ट क्वालीफाई करने से पहले ही क्यों अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया था. क्या गोपनीय ब्रांच में कार्य कर रहे आरोपी महिला ने इन परीक्षाओं के पेपर में लीक किए थे? अब इन तमाम पहलुओं पर विजिलेंस थाना हमीरपुर की टीम छानबीन कर रहे हैं. (Junior Office Assistant Posts)

क्या है मामला: कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर में पेपर लीक मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है. आयोग की गोपनीय ब्रांच में तैनात आरोपी महिला अफसर के बड़े बेटे ने 15 दिसंबर को ही कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से आयोजित मार्केट सुपरवाइजर की परीक्षा को पास किया था. इस परीक्षा का फाइनल परिणाम 8 दिन पहले 15 दिसंबर को घोषित किया गया जिसमें आरोपी उमा आजाद के बेटे नितिन आजाद ने 70.50 अंक हासिल किए थे.

इसके अलावा छोटा बेटा निखिल भी पिछले दिनों आयोजित हुई जूनियर ऑफिस असिस्टेंट की परीक्षा में अच्छे अंकों के साथ पास हुआ है. छोटा बेटा पेपर लीक मामले में अपनी मां के साथ पकड़ा गया है. बताया जा रहा है कि महिला अफसर के छोटे बेटे निखिल आजाद ने भी जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी पोस्टकोड 965 के तहत आवेदन किया था और उसने भी रविवार को हमीरपुर में परीक्षा देनी थी.

2019 से कर्मचारी चयन आयोग की गोपनीय ब्रांच में तैनात है महिला अधिकारी: साल 2019 से ही इस मामले में आरोपी बनी महिला अधिकारी उमा आजाद कर्मचारी चयन आयोग के गोपनीय ब्रांच में सेवाएं दे रही थी. इस दौरान उसके दोनों बेटों ने कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से होने वाली कई परीक्षाएं पास की और एक बेटा तो दो बार नौकरी भी लग गया. बताया जा रहा है कि छोटे बेटे ने भी जूनियर ऑफिस असिस्टेंट की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली थी लेकिन यह मामला कोर्ट में चला गया, जिसके बाद अब फिर से छोटे बेटे निखिल आजाद ने जूनियर ऑफिस असिस्टेंट की रविवार को होने वाली परीक्षा के लिए भी आवेदन किया था.

महिला अधिकारी उमा आजाद की ड्यूटी घुमारवीं सेंटर पर लगाई गई थी और वहां पर एसडीएम के समक्ष रिपोर्ट करने के बाद महिला अधिकारी फिर अपने घर लौट आई थी. प्रदेश भर में कुल 41 टीमों को कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से इस ड्यूटी पर लगाया गया था, लेकिन महिला अधिकारी घुमारवीं में रिपोर्ट करने के बाद घर लौट आई क्योंकि परीक्षा रविवार को आयोजित होनी थी. इस बीच यह महिला रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ी गई.(vigilance team in hamirpur)

ये भी पढ़ें : JOA IT Paper Leak Case: सोलन और कसौली से जुड़े तार, ढाई लाख में हुआ था पेपर का सौदा

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी महिला अधिकारी उमा आजाद के बड़े बेटे ने 9 महीने के भीतर आयोग की 2 परीक्षाएं पास की थी. इतना ही नहीं आरोपी महिला अधिकारी का बड़ा बेटा नितिन आजाद एक परीक्षा में टॉपर रहा था. हालांकि, इस परीक्षा को टॉप करने के बाद जॉइनिंग करने के 3 महीने के अंदर उसने इस्तीफा दे दिया था. (HP Staff Selection Commission paper leak case)

नीलामीकर्ता की नौकरी ज्वाइन की: नितिन आजाद कृषि उपज एवं विपणन समिति हमीरपुर में नीलामीकर्ता की नौकरी पर लगा था. 5 मार्च 2022 को हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के तरफ से कृषि उपज एवं विपणन समिति के नीलामीकर्ता के 6 पदों का परिणाम घोषित किया गया था ,जिसमें उमा आजाद का बेटा नितिन आजाद 71.73 अंक लेकर टॉपर रहा था. परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद नितिन आजाद हमीरपुर में कृषि उपज एवं विपणन समिति में नौकरी ज्वाइन तो की ,लेकिन 3 महीने के भीतर इस्तीफा दे दिया और 3 महीने बाद फिर कर्मचारी चयन आयोग की एक और परीक्षा को पास कर ली. (JOA IT Paper Leak Case)

15 दिसंबर को परिणाम में मिले 70.50% अंक: जूनियर ऑफिस असिस्टेंट पोस्टकोड 965 के पेपर लीक से महज 8 दिन पहले 15 दिसंबर को कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर की तरफ से मार्केट सुपरवाइजर के 12 पदों का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया था ,जिसमें नितिन आजाद ने 70.50% अंक हासिल किए थे यह पद भी कृषि उपज एवं विपणन समिति में ही भरा जाना था. हालांकि नितिन आजाद अभी नौकरी इस पद पर ज्वाइन नहीं कर पाया था. (himachal JOA IT Paper Leak Case)

बड़े बेटे की नौकरी पर संकट: पेपर लीक मामले में प्रारंभिक जांच में कर्मचारी चयन आयोग की गोपनीय ब्रांच में तैनात वरिष्ठ सहायक उमा आजाद के मुख्य आरोपी बनने के बाद अब बड़े बेटे की नौकरी पर भी संकट छा गया है.अब यह तय माना जा रहा है कि आरोपी महिला के कार्यकाल में हुई परीक्षाओं की विजिलेंस बारीकी से जांच करेगी. ऐसे में जॉइनिंग से पहले ही आरोपी महिला के बेटे की नौकरी पर भी संकट छा गया है.(JOA IT Paper Leak in HP)

आखिर नौकरी लगने से पहले क्यों दिया इस्तीफा: पेपर लीक मामले में महिला कर्मचारी उमा आजाद के छोटे बेटे निखिल आजाद को आरोपी बनाया गया है. बताया जा रहा है कि यह अपनी मां के साथ मिलकर जूनियर ऑफिस अस्सिटेंट पोस्ट कोड 965 के पेपर को बेचने के कार्य में जुटा था. पेपर के खरीददार ढूंढने में निखिल और दलाल संजय की भूमिका अहम मानी जा रही है. वहीं आरोपी महिला के बड़े बेटे के द्वारा 9 महीने के भीतर ही 2 परीक्षाओं को पास कर लेना भी अब विजिलेंस के लिए जांच का विषय होगा.

विजिलेंस इस पहलू पर जांच करेगी कि आखिर क्या बात है कि नितिन आजाद ने मार्केट सुपरवाइजर का टेस्ट क्वालीफाई करने से पहले ही क्यों अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया था. क्या गोपनीय ब्रांच में कार्य कर रहे आरोपी महिला ने इन परीक्षाओं के पेपर में लीक किए थे? अब इन तमाम पहलुओं पर विजिलेंस थाना हमीरपुर की टीम छानबीन कर रहे हैं. (Junior Office Assistant Posts)

क्या है मामला: कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर में पेपर लीक मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है. आयोग की गोपनीय ब्रांच में तैनात आरोपी महिला अफसर के बड़े बेटे ने 15 दिसंबर को ही कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से आयोजित मार्केट सुपरवाइजर की परीक्षा को पास किया था. इस परीक्षा का फाइनल परिणाम 8 दिन पहले 15 दिसंबर को घोषित किया गया जिसमें आरोपी उमा आजाद के बेटे नितिन आजाद ने 70.50 अंक हासिल किए थे.

इसके अलावा छोटा बेटा निखिल भी पिछले दिनों आयोजित हुई जूनियर ऑफिस असिस्टेंट की परीक्षा में अच्छे अंकों के साथ पास हुआ है. छोटा बेटा पेपर लीक मामले में अपनी मां के साथ पकड़ा गया है. बताया जा रहा है कि महिला अफसर के छोटे बेटे निखिल आजाद ने भी जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी पोस्टकोड 965 के तहत आवेदन किया था और उसने भी रविवार को हमीरपुर में परीक्षा देनी थी.

2019 से कर्मचारी चयन आयोग की गोपनीय ब्रांच में तैनात है महिला अधिकारी: साल 2019 से ही इस मामले में आरोपी बनी महिला अधिकारी उमा आजाद कर्मचारी चयन आयोग के गोपनीय ब्रांच में सेवाएं दे रही थी. इस दौरान उसके दोनों बेटों ने कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से होने वाली कई परीक्षाएं पास की और एक बेटा तो दो बार नौकरी भी लग गया. बताया जा रहा है कि छोटे बेटे ने भी जूनियर ऑफिस असिस्टेंट की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली थी लेकिन यह मामला कोर्ट में चला गया, जिसके बाद अब फिर से छोटे बेटे निखिल आजाद ने जूनियर ऑफिस असिस्टेंट की रविवार को होने वाली परीक्षा के लिए भी आवेदन किया था.

महिला अधिकारी उमा आजाद की ड्यूटी घुमारवीं सेंटर पर लगाई गई थी और वहां पर एसडीएम के समक्ष रिपोर्ट करने के बाद महिला अधिकारी फिर अपने घर लौट आई थी. प्रदेश भर में कुल 41 टीमों को कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से इस ड्यूटी पर लगाया गया था, लेकिन महिला अधिकारी घुमारवीं में रिपोर्ट करने के बाद घर लौट आई क्योंकि परीक्षा रविवार को आयोजित होनी थी. इस बीच यह महिला रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ी गई.(vigilance team in hamirpur)

ये भी पढ़ें : JOA IT Paper Leak Case: सोलन और कसौली से जुड़े तार, ढाई लाख में हुआ था पेपर का सौदा

Last Updated : Dec 24, 2022, 1:32 PM IST
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