भोरंज/हमीरपुर: भोरंज विस में प्रदेश इंटक की बैठक हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य कामगार यूनियन इंटक के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राजीव राणा की अध्यक्षता में संपन्न हुई. जिसमें मुख्यअतिथि के रूप में प्रदेश इंटक के अध्यक्ष बबलू पंडित ने शिरकत की.
बबलू पंडित ने अपने संबोधन में कहा कि इंटक मजदूर हित में निरन्तर कार्य कर रही है. अतः मज़दूरों का शोषण इंटक बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी. हम सभी संगठन, चाहे वो आशा वर्कर्स, जल शक्ति विभाग, स्वास्थ विभाग, 108 एम्बुलेंस, चौकीदार यूनियन, मनरेगा यूनियन, भवन कामगार यूनियन आदि यूनियन की समस्याओं का सामूहिक मांग पत्र सरकार के समक्ष रखेंगे.
'आंदोलन करके मजदूर हित को रखेंगे'
मांग पत्र में प्रमुख मांग जैसे ईएसआई शाखा कार्यालय कांगड़ा, शिमला, बिलासपुर खोला जाए. प्रदेश के साथ जिलों को ईएसआई के अंतर्गत लाए. सरकार अगर नहीं मानती तो इस बारे आंदोलन करके मजदूर हित को रखेंगे. वहीं, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राजीव राणा ने कहा कि प्रदेश की अंधी बहरी सरकार आउटशोर्स कर्मचारियों के लिए स्थाई नीति बनाए.
'मजदूरों के लिए स्थाई नीति नहीं बनाई तो मजदूर इंटक सड़कों पर उतरेगी'
राजीव राणा ने बताया प्रदेश सरकार ने मजदूरों के हक को खत्म कर दिया है. चाहे आशा वर्कर्स, आउट शोर्स कर्मचारियों के लिए स्थाई नीति खत्म कर दी है. वहीं, लेबर लॉ को खत्म किया गया, राणा ने प्रदेश सरकार को चेताया कि मजदूरों के लिए स्थाई नीति नहीं बनाई तो मजदूर इंटक सड़कों पर उतरेगी.
कार्यक्रम में महासचिव संजय शर्मा, उपाध्यक्ष भगत सिंह शर्मा, उपाध्यक्ष गोकुल चंद सहगल, युवा इंटक प्रदेश अध्यक्ष राहुल तंवर, सुरेंदर शोंडा, महासचिव अंकुश सैनी, जिला अध्यक्ष रितेश आदि ने भी अपने अपने विचार कार्यकारिणी के समक्ष रखे.
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