हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का बेटियों के लिए प्रेम किसी से छिपा नहीं है. बेटियों के लिए उनके अटूट प्रेम का अंदाजा इस बार से लगाया जा सकता है कि सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जैसे ही सीएम की शपथ ग्रहण की उसके बाद वे सबसे पहले शिमला के टूटीकंडी स्थित बालिका आश्रम पहुंचे. जहां उन्होंने बालिकाओं को मिठाइयां वितरित कर अपने सीएम बनने की खुशी उनके साथ बांटी. सीएम बनने के बाद से सुखविंदर सिंह सुक्खू अनाथ बच्चों और बेसहारा लोगों के मानवीय दृष्टिकोण से कार्य कर रहे हैं.
ऐसा ही कुछ आज भी सीएम के हमीरपुर दौरे में देखने को मिला. दरअसल सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू आज से तीन दिन तक हमीरपुर के दौरे पर हैं. इसी अवसर पर हमीरपुर के ऐतिहासिक गांधी चौक पर उनके लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसी बीच जिले के बिझड़ी क्षेत्र से संबंध रखने वाली 18 वर्षीय मीनाक्षी ठाकुर उनके पास आई और सीएम को अपनी गंभीर बीमारी के बारे में बताया.
गंभीर बीमारी से ग्रसित मीनाक्षी की सीएम ने सुनी समस्या- सीएम ने ध्यान से मीनाक्षी ठाकुर की पूरी बात सुनी. जिसके बाद बेटी का दुख देख सीएम ने उसके इलाज का पुरा खर्च सरकार के खाते से वहन करने के निर्देश दिए. बता दें कि मीनाक्षी ठाकुर एक गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को हमीरपुर में इस संबंध में प्रशासन को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं. सीएम ने बेटी मीनाक्षी की समस्या को सुनते ही संजीदा नेतृत्व की मिसाल कायम करते हुए फौरन सरकारी मदद का ऐलान किया.
मीनाक्षी की हर संभव मदद करने के प्रशासन को निर्देश- मीनाक्षी ने सीएम को बताया कि उसका उपचार पीजीआई चंडीगढ़ से चल रहा है. मीनाक्षी ने बताया कि उसका परिवार इलाज का खर्च वहन करने की स्थिति में नहीं है. ऐसे में सीएम ने जिला प्रशासन को मीनाक्षी की मदद के लिए हरसंभव कदम उठाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि मीनाक्षी के इलाज के लिए जो भी व्यय होगा, वह प्रदेश सरकार वहन करेगी.
सुखविंदर सरकार ने की सुख आश्रय योजना शुरू- बता दें कि सीएम पद पर शपथ लेने के बाद से ही सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सुख आश्रय योजना को शुरू कर बेसहारा बच्चों को सहारा देने का निर्णय लिया था और अक्सर सीएम हर मंच से यह कहते हुए नजर आते हैं कि जिन बच्चों के माता-पिता नहीं है उनके माता-पिता प्रदेश सरकार है. अभी हाल ही में भी सीएम ने निराश्रितों को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है. जिसमें अब सरकार निराश्रित लड़कियों को घर बनाने के लिए जमीन और पैसा दोनों देगी.
निराश्रित लड़कियों को 4 बिस्वा जमीन देगी सरकार- सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अभी हाल ही में एक बड़ा फैसला लिया है. जिसके तहत प्रदेश सरकार निराश्रित लड़कियों को घर बनाने के लिए 4 बिस्वा जमीन और पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवाएगी. सीएम ने यह फैसला इसलिए लिया क्योंकि 1 फरवरी को सीएम के पास एक निराश्रित लड़की उनसे मिलने सचिवालय पहुंची थी. लड़की ने सीएम को अपनी सारी समस्या बताई. लड़की ने बताया कि वह 27 साल की है और उसके पास सिर ढकने के लिए कोई छत नहीं है.
प्रत्येक निराश्रित बालिका को घर बनाने के लिए मिलेगा धन- उसने कहा कि 26 साल से ज्यादा आयु के बाद वह आश्रम में भी नहीं रह सकती. सीएम ने समस्या सुनते ही आश्रमों में रहने की आयु एक साल और बढ़ाकर 27 साल कर दी. इसके साथ ही सभी निराश्रित लड़कियों को 4-4 बिस्वा जमीन देने का फैसला लिया. सीएम ने इस बालिका के लिए घर बनाने के लिए भूमि और पर्याप्त धनराशि का भी ऐलान किया. हिमाचल प्रदेश में अब सरकार प्रत्येक निराश्रित बालिका को घर बनाने के लिए 4 बिस्वा भूमि और पर्याप्त धनराशि भी प्रदान करेगी.
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