हमीरपुर : पूर्व की जयराम सरकार द्वारा खोले गए संस्थानों को मौजूदा कांग्रेस सरकार द्वारा डिनोटिफाई करने के बाद बीजेपी नेता प्रदर्शन कर रहे हैं. बीजेपी नेता लगातार कांग्रेस सरकार पर हमलावर हैं. कोई बदले की भावना से काम करने का आरोप लगा रहा है तो कोई बिना मंत्रिमंडल विस्तार के फैसले लेने का आरोप लगा रहा है. इस बीच कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने बीजेपी पर पलटवार किया है. (Rajinder Rana on BJP)
'बिन पानी के मछली जैसे तड़प रहे भाजपाई'- सुजानपुर से कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि सत्ता से बाहर होने के बाद भाजपा नेता और कार्यकर्ता बिन पानी की मछली की तरह तड़प रहे हैं. राणा ने कहा कि चुनाव से छह महीने पहले भाजपा सरकार ने अंधाधुध संस्थान खोल दिए. चुनाव में फायदे के लिए करीब 900 संस्थान खोल दिए गए, जिनके लिए ना बजट का प्रावधान था और ना ही स्टाफ. राणा ने कहा कि इस तरह बेवजह संस्थान खोलने से हिमाचल की जनता की कमाई पॉलिटिकल एजेंडे के लिए बह जाती. इसलिये इन गैर जरूरी संस्थानों को डिनोटिफाइ किया गया है और मेरिट के आधार पर जो जरूरी संस्थान होंगे उन्हें फिर से नोटिफाई किया जाएगा. (Rajinder Rana on BJP Protest against CM Sukhu)
'सीएम के परिवार पर अभद्र टिप्पणी पर माफी मांगे भाजपाई'- राजेंद्र राणा ने कहा कि लोकतंत्र में विरोध करने का अधिकार सबको है लेकिन जिस तरह से बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा मुख्यमंत्री और उनके परिवार पर टिप्पणी की गई, वह निंदनीय है. इस भाषा के संस्कार हिमाचल के लोगों से नहीं हैं. पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप और पार्टी के शीर्ष नेताओं को इस पर संज्ञान लेना चाहिए और ऐसे कार्यकर्ताओं पर एक्शन लेने के साथ माफी मंगवानी चाहिए. दरअसल कांग्रेस सरकार द्वारा पूर्व की बीजेपी सरकार द्वारा खोले गए संस्थानों को डिनोटिफाई करने पर बीजेपी प्रदेश भर में प्रदर्शन कर रही है. कांगड़ा के जसवां परागपुर में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और उनके परिवार के खिलाफ नारेबाजी के दौरान अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था. (Rajinder Rana on BJP Protest)
'कांग्रेस मंत्रिमंडल की बीजेपी को ज्यादा चिंता'- मंत्रिमंडल विस्तार में देरी को लेकर राजेंद्र राणा ने कहा कि साल 2017 में जब बीजेपी के सीएम उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल चुनाव हारे तो बीजेपी को विधायक दल का नेता चुनने में 15 दिन लग गए थे. जबकि हमने चुनाव के नतीजों के 48 घंटे बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू को विधायक दल का नेता चुना लिया. उन्होंने कहा कि सीएम सुक्खू के कोरोना पॉजिटिव होने के कारण शीतकालीन सत्र से लेकर विधायकों के शपथ और मंत्रिमंडल विस्तार तक में देरी हुई है लेकिन ये बहुत जल्द हो जाएगा. राणा ने कहा ऐसा लग रहा है कि मानो मंत्रिमंडल विस्तार की चिंता कांग्रेस से ज्यादा बीजेपी को है. दरअसल हिमाचल में 11 दिसंबर को सीएम और डिप्टी सीएम ने शपथ ली थी लेकिन अब तक मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हुआ है जिसे लेकर बीजेपी कांग्रेस पर निशाना साध रही है.