भोरंज: कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए करीब 40 दिनों से जिला परिषद सदस्य संगीता शर्मा लोगों को जागरूक करने का काम कर रही हैं. घर का कामकाज करने के बाद वह कभी गांवों के मकानों तो कभी पंचायत भवनों को सेनिटाइज करते हुए नजर आती हैं. जानकारी के मुताबिक समीरपुर वार्ड में 14 पंचायतों में से 12 में वह सेनिटाइजेशन के साथ लोगों से संपर्क साध कर बचाव के तरीकों को बता चुकी है. अब सिर्फ दरब्यार और हनोह पंचायत के गांवों में जाना उनका बचा है.
बच्चों को संभालती हैं 80 साल की दादी
संगीता रोज घर से सात बजे निकल जाती हैं. पांच साल की बेटी वर्तिका और चार साल के बेटे हुमेश को 80 साल की उनकी दादी गीता देवी के पास छोड़कर घर के साथ-साथ सामाजिक फर्ज को भी पूरी शिद्दत से निभा रही हैं. संगीता ने बताया संकट की घड़ी में लोगों में कोराना महामारी का गांवों तक फैलने का डर बना हुआ है. ऐसे में लोगों को जागरूक करना सभी नागरिकों को सामाजिक दायित्व है.
उन्होंने कहा कि महिला होने के नाते परेशानियां हैं, लेकिन समाज सेवा से परेशानियां दूर हो रही हैं. उन्होंने कहा कि इस काम में उनके पति संजीव और ससुर रमेश चंद का पूरा सहयोग मिल रहा है. यकीनन जहां डॉक्टर और जवानों सहित अन्य कर्मचारी दिन-रात काम करके इस समय कोरोना से जंग जीतने में लगे हैं. वहीं, महिला जनप्रतिनिधि का लोगों को जागरूक करने के लिए रोज निकलना सराहनीय है. इलाके में इसको लेकर काफी तारीफ भी संगीता की हो रही है.
संगीता गरीब व बाहरी राज्यों के लोंगों को मास्क और राशन देने साथ-साथ अन्य आवश्यक चीजों का वितरण कर चुकी हैं. इसके अलावा लोगों को जो भी आवश्यकता पड़ रही है उसको भी पूरा कर रही हैं. समीरपुर, बराड़ा, अवाहदेवी, पंजोत, धिरड के नगरोटा गाजियां, चंबोह, बघानी कस्बों के बाजारों में सेनिटाइज का काम कर लोगों के लिए प्रेरणा भी बन गई हैं.
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