हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में अब किसान-बागवान परंपरागत खेती छोड़कर आधुनिक खेती का रुख कर रहे हैं. जिनसे उन्हें कम लागत में ज्यादा मुनाफा हो रहा है. हमीरपुर जिले के सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में बीड बगेहडा गांव में 30 कनाल बंजर भूमि पर बागवानों ने उद्यान विभाग के सहयोग से अमरूद के पौधे लगाकर मुनाफा कमाया जा रहा है. बीड बगेहडा गांव के 6 किसानों ने बंजर भूमि पर अमरूद के पौधे लगाकर अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ किया है.
₹100 KG के हिसाब से बिके अमरूद: बागवान सोनू शर्मा ने बताया कि पहले बंजर भूिम होने के चलते फसल भी अच्छे से नहीं हो पाती थी, लेकिन अब उद्यान विभाग के सहयोग से अमरूद का बगीचा लगाया गया है. जिससे अमरूद की अच्छी फसल हो रही है और फल बेचने से आमदनी भी अच्छी हो रही है. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में अमरूद की बंपर फसल होने की भी उम्मीद है. सोनू शर्मा ने बताया कि कुछ दिन पहले ही उन्होंने बीस किलो अमरूद सड़क किनारे 100 रुपये किलो के हिसाब से बेचे हैं. अब लोगों में अमरूदों को लेकर खासी डिमांड है, लोग घर में आकर अमरूद खरीद कर जा रहे हैं.
बंजर भूमि पर लहलहाए अमरूद के पौधे: बागवान संतोष कुमार शर्मा ने बताया कि उद्यान विभाग द्वारा बागवानों को खाली पड़ी बंजर भूमि पर अमरूद के पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया गया. इसी के चलते अब उनके द्वारा भी अमरूद का बगीचा लगाया गया है, जिसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि उद्यान विभाग के दिशा निर्देशों के चलते दो साल के बाद ही पहली फसल आ गई है. जिससे आगामी दिनों में और मुनाफा होने की उम्मीद है.
उद्यान प्रसार अधिकारी अंकिता ने बताया कि किसानों को बागवानी करने के लिए सेमिनार के जरिए प्रेरित किया है, क्योंकि इससे पहले जो फसलों की बुवाई होती थी उससे फायदा नहीं होता था. इसलिए बागवानों को अमरूद का बगीचा लगाने के लिए जागरूक किया गया. जिसके अच्छे परिणाम आना शुरू हो गए हैं.
बगीचे में लगाए 1667 अमरूद के पौधे: सुजानपुर उद्यान विभाग विकास अधिकारी डॉ. जीना वन्याल पाटिल ने बताया कि यह प्रोजेक्ट एमआईडीएच के तहत लगाया गया है. एक हेक्टेयर भूमि में अमरूद की दो किस्में लगाई है, जिसमें ललित व श्वेता अमरूद की किस्में शामिल हैं. उन्होंने बताया कि अब तक बीड बगेहडा गांव में 1667 अमरूद के पौधे लगाए गए हैं. 6 किसानों द्वारा यहां बागवानी की जा रही है. खेतों में लगाए इन अमरूद के पौधों की देखरेख बागवान खुद ही करते हैं. उन्होंने कहा कि अब दूसरे साल ही अमरूद के पौधे ने फल देना शुरू कर दिया है. इससे पहले लोग मक्की व गेहूं की खेती करते थे जिसमें बिल्कुल भी मुनाफा नहीं होता था. जबकि अमरूद की फसल में बागवानों का अच्छा खासा मुनाफा होगा.
उद्यान विभाग के जिला उपनिदेशक राजेश्वर परमार ने बताया कि बीड बगेहडा गांव में अमरूद के बढ़िया फलदार पौधे लगाए गए हैं. अब उनमें दूसरे साल ही फल भी लगना शुरू हो गए हैं. जिससे आने वाले समय में किसानों की आर्थिकी में इजाफा होगा. उन्होंने बताया कि एचपी शिवा व एमआईडीएच के तहत बागवानों द्वारा बढ़िया काम किया जा रहा है. इसके लिए उद्यान विभाग द्वारा भी पूरा सहयोग किया जा रहा है. आने वाले दिनों में और ज्यादा बढ़िया फल उत्पादन होने पर बागवानों को ज्यादा मुनाफा होगा.
ये भी पढे़ं: होटल मैनेजमेंट छोड़कर अपनाई खेती, पॉली हाउस में सब्जियां उगाकर हर माह लाखों की कमा रहे चेतन ठाकुर