हमीरपुर: सीएसडी कैंटीन में समय पर सामान ना मिलने पर पूर्व सैनिक खफा हो गए हैं. सैनिकों ने कैंटीन प्रबंधन पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं. वहीं, कैंटीन के संचालक पूर्व सैनिकों से भी बात नहीं करना चाहते हैं, जिस कारण यहां पर पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
वैश्विक महामारी के दौर में पूर्व सैनिक कैंटीन के चक्कर लगाकर परेशान हो रहे हैं. हद तो यह है की कैंटीन में फोन करने पर भी कोई जवाब नहीं मिलता है. जब पूर्व सैनिक कैंटीन में पहुंचते हैं तब उनसे बात करने के लिए कोई तैयार ही नहीं होता है.
सेवानिवृत्त सूबेदार सुनील सिंह ने कहा कि मैनेजर पूर्व सैनिकों से बात ही नहीं करना चाहते हैं जब उनसे आग्रह किया जाता है तो वह अनसुना कर देते हैं. कैंटीन के कर्मचारी पूर्व सैनिकों को अंदर दाखिल होने नहीं दे रहे हैं. वहीं, सेवानिवृत्त कैप्टन जयचंद का कहना है कि वह कई बार कैंटीन के नंबर पर फोन करते हैं, लेकिन कोई जवाब नहीं मिलता है.
पूर्व सैनिकों का कहना है कि 1 दिन में 50 कार्ड धारकों को सामान देना निश्चित किया गया है जिस वजह से परेशानी पेश आ रही है. उनका कहना है कि हजारों कार्ड धारक इस कैंटीन से सामान लेते हैं, ऐसे में 1 महीने में सिर्फ 1200 कार्ड धारकों को सामान देकर संचालक अपनी जिम्मेदारी से पीछे हट रहे हैं. उन्होंने कैंटीन प्रबंधन को चेताया है कि अगर जल्द ही उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ और उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वह उच्च अधिकारियों से इस मामले की शिकायत करेंगे.
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