हमीरपुर: जिला में मार्च माह से ही जंगल दहकना शुरू हो गए हैं. जिला में जंगलों में आगजनी की अभी तक कुल 16 घटनाए सामने आ चुकी हैं, जिसमें करीब 122 हेक्टेयर जंगल जलकर राख हो गए हैं. हमीरपुर जिला में जंगलों में आग की घटना 19 मार्च को सामने आई है, जबकि इस बार फायर सीजन भी पहली अप्रैल से शुरू हो गया है.
आमतौर पर फायर सीजन 15 अप्रैल के बाद ही शुरू होता है. इस बार बारिश कम होने की वजह से जंगलों में आग की घटनाएं पिछले साल की अपेक्षा कहीं अधिक बढ़ गई है. आग लगने से वन विभाग द्वारा बरसात में रोपे गए पौधे भी जल गए हैं.
डीएफओ हमीरपुर एलसी वंदना ने कहा कि जिला में आगजनी की पहली घटना 19 मार्च को सामने आई थी. इसके बाद जिला में अब तक कुल 16 आगजनी की घटनाएं विभिन्न जंगलों में दर्ज की गईं है. जिससे वन विभाग की 122 हेक्टेयर में वन संपदा को नुकसान पहुंचा है.
लोगों के सहयोग से आग पर काबू पाकर वन संपदा को बचाया भी गया है
उन्होंने कहा कि लोगों के सहयोग से आग पर काबू पाकर वन संपदा को बचाया भी गया है. उन्होंने लोगो से सहयोग करने की अपील की है, ताकि आगजनी की घटनाओं से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके.
15 मई से फायर सीजन शुरू हुआ था
गौरतलब है पिछले साल लॉकडाउन की वजह और बारिश के कारण जंगल बहुत कम जले थे. 15 मई से फायर सीजन शुरू हुआ था, लेकिन इस बार लोगों की आवागमन भी जंगलों में बढ़ गया है जिस वजह से आगजनी की घटनाएं एक बार फिर पूर्व की भांति ही पेश आ रही हैं.
विभाग की तरफ से फायर वाचर तो तैनात किए गए हैं, लेकिन अभी तक रिपोर्ट की गई आग की घटनाओं में किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ जंगल में आग लगाने की शिकायत विभाग को नहीं मिली है.
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