हमीरपुर: मुख्यमंत्री का चैलेंज स्वीकार कर राजनीति में उतरा हूं. जब मुख्यमंत्री ने हंसते हुए यह कहा था कि कर्मचारी चुनाव लड़ें और उन्हें भी पेंशन मिल जाएगी. मुख्यमंत्री के इस बयान से कर्मचारियों के सीने में खंजर चले थे. डॉक्टर की नौकरी छोड़ कर कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए उतरे डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत (Exclusive interview of Pushpendra Verma) में यह बयान दिया है. बता दें कि हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी ने एक डॉक्टर को चुनावी मैदान में उतारा है.
इस विधानसभा क्षेत्र में सबसे अंत में टिकट तय किया गया था. नॉमिनेशन से 3 घंटे पहले कांग्रेस पार्टी ने आधिकारिक तौर पर यहां पर अपने प्रत्याशी की घोषणा की थी और सरकारी नौकरी छोड़कर टिकट के लिए आवेदन करने वाले डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा को यहां से चुनावी मैदान में उतारा है. डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने कहा कि हमीरपुर में भाजपा के वर्तमान विधायक लोगों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए हैं. यहां पर बस स्टैंड का मुद्दा भी लंबे समय से बना हुआ है. नए बस स्टैंड के लिए जो पेड़ जमीन से काटे गए थे, वहां पर अब फिर पेड़ उग आए हैं, लेकिन निर्माण के लिए एक भी इंट अभी तक नहीं लग पाई.
उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक का का कार्यकाल निराशाजनक रहा है और वह अपने एक भी वादे को पूरा नहीं कर पाए हैं. उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि इस मुकाबले में वह जरूर जीत हासिल करेंगे. वह लंबे समय से हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र के लोगों के बीच जा रहे हैं. उन्होंने जन सेवा के जरिए लोगों के बीच अपनी पहुंच बनाई है और उन्हें किसी को यह बताने की जरूरत नहीं है कि वह पुष्पेंद्र वर्मा हैं. (Congress candidate from Hamirpur Pushpendra Verma) (Himachal election 2022).
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