हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले से 'वन रैंक वन पेंशन' की पेंशन विसंगतियों के मुद्दे पर पूर्व सैनिकों ने मोर्चा खोल दिया. हमीरपुर के ऐतिहासिक गांधी चौक पर सोमवार को 'वन रैंक वन पेंशन' के पेंशन टेबल में विसंगतियों को दूर करने की मांग को लेकर हल्ला बोलकर धरना दिया गया.पूर्व सैनिकों ने दावा किया है कि पेंशन टेबल में 'वन रैंक वन पेंशन' की विसंगतियां है, जिसकी वजह से नायब सूबेदार से लेकर ऑनरेरी कैप्टन तक पूर्व सैनिकों की पेंशन में बढ़ोतरी के बजाय कटौती की गई है. बता दें कि हाल ही में रक्षा मंत्रालय के द्वारा पेंशन टेबल जारी किया गया है.
'यूनाइटेड फ्रंट ऑफ एक्स सर्विसमैन कमेटी' का गठन: पेंशन टेबल में विसंगतियों को लेकर शनिवार को जिला मुख्यालय हमीरपुर में हिमाचल प्रदेश के पूर्व सैनिकों ने एकत्र होकर 'यूनाइटेड फ्रंट ऑफ एक्स सर्विसमैन कमेटी' का गठन किया था. इस कमेटी के बैनर तले ही सोमवार को जिला मुख्यालय हमीरपुर में सैकड़ों पूर्व सैनिकों ने प्रदर्शन किया. कमेटी के जिला हमीरपुर के चेयरमैन कैप्टन सुरेंद्र सिंह ठाकुर (सेवानिवृत्त) की अगुवाई में यह प्रदर्शन किया गया. गांधी चौक पर प्रदर्शन के बाद पूर्व सैनिक शहीद मृदुल शर्मा के स्मारक पर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. कमेटी के माध्यम से पूर्व सैनिकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ज्ञापन भेजा.
जिला प्रशासन के माध्यम से केंद्र सरकार को भेजा ज्ञापन: इस दौरान कैप्टन सुरेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि नए पेंशन टेबल में सिपाही रैंक तक तो कुछ हद तक बढ़ोतरी कर दी गई है, लेकिन नायब सूबेदार से लेकर ऑनरेरी कैप्टन तक पूर्व सैनिकों की पेंशन में बढ़ोतरी के बजाय कटौती की गई है. उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन पूरी तरह से गैर राजनीतिक है. केंद्र सरकार से यह मांग की जा रही है कि इन पेंशन वेतन विसंगतियों को जल्द दूर किया जाए. इसे लेकर प्रदेश भर में पूर्व सैनिक जिला प्रशासन के माध्यम से केंद्र सरकार को ज्ञापन भेजा गया है.
मांगे पूरी नहीं हुई तो होगा अनशन: सुरेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती हैं तब तक पूर्व सैनिकों का यह संघर्ष जारी रहेगा. कमेटी का गठन प्रदेश और जिला स्तर पर किया गया और आगामी दिनों में संगठन का विस्तार ब्लॉक लेवल से लेकर पंचायत स्तर तक किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक पीछे हटने वाले नहीं हैं. फौजी एकता के लिए हर संभव प्रयास करते हुए संघर्ष किया जाएगा. सुरेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि जब किसान अपने हक के लिए इतना लंबा प्रदर्शन कर सकते हैं तो पूर्व सैनिक भी अपनी मांगे पूरी होने तक संघर्ष करते रहेंगे.
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