हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों हुई लगातार भारी बारिश ने प्रदेश की करोड़ों की संपदा को नुकसान पहुंचाया है. जल शक्ति विभाग और पीडब्ल्यूडी के बाद बिजली बोर्ड को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. बोर्ड के ट्रांसमिशन लाइन एंड सब स्टेशन सर्कल हमीरपुर को काफी नुकसान पहुंचा है. बताया जा रहा है कि हमीरपुर सर्कल को इससे करीब 60 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. वहीं, शिमला सर्कल में अलग से बिजली बोर्ड को नुकसान पहुंचा है.
अस्थाई रूप से बिजली सप्लाई शुरू: मिली जानकारी के अनुसार हिमाचल में लगातार बारिश होने के चलते ट्रांसमिशन लाइन एंड सब स्टेशन सर्कल हमीरपुर के केवी बिजली सब स्टेशन क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. जिन्हें सुधारने का काम बिजली विभाग के कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है. हालांकि विभाग ने अस्थाई रूप से बिजली की सप्लाई को शुरू कर दिया गया है, जिसके चलते लोगों को राहत मिली है.
बारिश से बिजली बोर्ड को भारी नुकसान: बिजली विभाग के ट्रांसमिशन लाइन एंड सब स्टेशन हमीरपुर सर्कल के चीफ इंजीनियर मदन गोपाल शर्मा ने बताया कि लगातार बारिश होने के कारण बिजली विभाग के ट्रांसमिशन लाइन एंड सब स्टेशन सर्कल हमीरपुर को काफी नुकसान हुआ है. मुख्यत 132 केवी लाइन जो कांगू से बजौरा के लिए हैं, उसका सर्किट पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है. अब बिजली विभाग द्वारा अस्थायी रूप से बिजली सप्लाई बहाल करके लोगों के घरों तक मुहैया करवाई जा रही है.
हमीरपुर सर्कल के अंतर्गत आते हैं सात जिले: ट्रांसमिशन लाइन एंड सब स्टेशन सर्कल हमीरपुर के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, हमीरपुर, ऊना, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर और चंबा जिले आते हैं. जिनमें 60 करोड़ का यह नुकसान हुआ है. बताया जा रहा है कि सबसे ज्यादा नुकसान जिला कुल्लू और जिला मंडी में हुआ है. जहां अधिकतर जगहों पर बिजली की सप्लाई बहाल कर दी गई है, हालांकि कुछ जगहों पर बिजली बहाल करने में समय लगेगा.
1973 किलोमीटर तक बिजली लाइन: मदन गोपाल शर्मा ने बताया कि हमीरपुर सर्कल में 162 बिजली के सब स्टेशन हैं और 1973 किलोमीटर तक बिजली की लाइन बिछाई गई थी. बारिश के कारण ज्यादातर बिजली सब स्टेशनों को काफी नुकसान पहुंचा है. हिमाचल प्रदेश के हाटकोटी में बिजली सब स्टेशन बन रहा था, जो कि बारिश के कारण पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है. इसके अलावा परवाणू और सोलन बिजली पावर लाइन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. उनके सुधार का कार्य किया जा रहा है. तब तक लोगों को अन्य लाइन के माध्यम से अस्थायी रूप से बिजली की सप्लाई बहाल की जा चुकी है.