हमीरपुर: उपमंडल भोरंज की 33 पंचायतों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने वाले एकमात्र सिविल अस्पताल भोरंज में पिछले लगभग तीन माह से एक्सरे, अल्ट्रासाउंड और ईसीजी सुविधा बंद है. इससे अस्पताल में इलाज करवाने आने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
भोरंज अस्पताल में रोजाना 350 के करीब ओपीडी हैं. यहां पर अल्ट्रासाउंड मशीन तो है, लेकिन डॉक्टर नहीं हैं. यहां के रेडियोलॉजिस्ट प्रमोट होकर हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. वहीं, वार्ड सिस्टर भी प्रमोट होकर हमीरपुर अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रही हैं.
बतातें चलें कि इसी वर्ष इससे पूर्व भी अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ, बच्चो के विशेषज्ञ, मेडिसिन विशेषज्ञ, ईएनटी विशेषज्ञ ईत्यादि डॉक्टरों ने भी भोरंज अस्पताल में ज्वाइन किया है. जिससे भोरंज अस्पताल में ओपीडी भी बड़ी है, लेकिन अभी अस्पताल भवन का निर्माण कार्य चल रहा है जिससे अस्पताल में भीड़ बढ़ी है.
निजी लैबों में ईसीजी, एक्सरे व अल्ट्रासाउंड करवाने पड़ रहे हैं
क्षेत्र के लोगों विनोद कुमार, रजनीश, व्यापार मंडल प्रधान सुभाष ठाकुर, अमन सोनी, अश्वनी, अश्वनी ठाकुर, रणजीत सिंह, मुकेश आदि ने कहा है कि चिकित्सक न होने से उन्हें निजी लैबों में ईसीजी, एक्सरे व अल्ट्रासाउंड करवाने पड़ रहे हैं.
इस कारण उन्हें अधिक रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं और समय का नुकसान भी हो रहा है. इन्होंने संबंधित विभाग से मांग की है कि इन दोनों कर्मचारियों को भोरंज में लगाया जाए क्योंकि हमीरपुर अस्पताल में स्टाफ की कोई कमी नहीं है. भोरंज अस्पताल में स्टाफ की कमी रहती है.
बीएमओ भोरंज डॉ. ललित कालिया ने कहा कि रेडियोलॉजिस्ट व वार्ड सिस्टर प्रमोट हुए हैं. इस वजह से पद खाली हैं और इसीजी,एक्सरे व अल्ट्रासाउंड सुविधाओं में दिक्कत आ रही है. इस बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है और जल्द समस्या का समाधान हो जाएगा.