ऊनाः भाषा एवं संस्कृति विभाग ने जिला स्तरीय लोक नृत्य एवं लोक वाद्य यंत्र प्रतियोगिता का आयोजन किया. इस एक दिवसीय प्रतियोगिता में उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. लोक नृत्य प्रतियोगिता में जिला के 6 दलों और वाद्य यंत्र प्रतियोगिता में 7 दलों ने भाग लिया.
सांस्कृतिक धरोहर सहेज कर रखना गौरव का विषय
कलाकारों को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि यह प्रतियोगिता हिमाचल प्रदेश पूर्ण राज्यत्व स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित की गई है. जिला ऊना की लोक संस्कृति से ओत-प्रोत प्रस्तुतियों पर हर्ष व्यक्त करते हुए डीसी ने कहा कि यह गौरव का विषय है कि युवाओं ने आज भी अपनी सांस्कृतिक धरोहर को सहेज कर रखा है.
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भविष्य में भी बनी रहे समृद्ध संस्कृति की पहचान
राघव शर्मा ने कहा कि प्रत्येक मंडली कम से कम 5 बच्चों को अपनी इन पारंपरिक विधाओं को सीखाएं, ताकि भविष्य में भी हमारी समृद्ध संस्कृति की पहचान बनी रहे और अन्यों को भी प्रेरणा मिलती रहे. उन्होंने युवा पीढ़ी का आह्वान करते हुए कहा कि हमारी सांस्कृतिक विरासत ही हमारी पहचान है, जो हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है. इसे कभी नहीं भुलाया जा सकता है.
लोक नृत्य प्रतियोगिता में शिक्षा भारती समूरकलां प्रथम
लोक नृत्य प्रतियोगिता में शिक्षा भारती बीएड कॉलेज समूरकलां ने प्रथम स्थान हासिल किया. इन्हें 15 हजार रुपये का इनाम दिया गया. दहाजा मंडली जखेड़ा की चमन लाल एंड पार्टी को द्वितीय स्थान पर रहने पर 12 हजार रुपये और आर्य पब्लिक स्कूल बंगाणा को तृतीय स्थान प्राप्त करने पर 1 हजार रुपये पुरस्कार स्वरूप प्रदान किए गए.
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