हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह विधानसभा क्षेत्र नादौन में 3 पंचायतों के दर्जनों गांव में फैले डायरिया का प्रकोप लगातार जारी है. मंगलवार को मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा बिट्टू यहां पर हालात का जायजा लेने के लिए पहुंचे. सुनील शर्मा बिट्टू ने डायरिया से प्रभावित रंगस क्षेत्र व अन्य गांवों का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने डायरिया से पीड़ित लोगों का कुशल क्षेम भी जाना. सुनील शर्मा बिट्टू ने जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं. गौरतलब है कि शनिवार को यहां पर 100 से अधिक लोग उल्टी और दस्त से पीड़ित पाए गए थे. जिसके बाद 4 दिन में कुल 868 मामले सामने आए हैं.
'सरकार को हर व्यक्ति की सुरक्षा का ध्यान': हालात का जायजा लेने के लिए पहुंचे सुनील शर्मा बिट्टू ने कहा कि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के आदेशों के बाद क्षेत्र के सभी अस्पतालों को रेड अलर्ट पर कर दिया है. 24 घंटे स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी. यहां तक जब हॉस्पिटल जाना हो तो उस वक्त पंचायत प्रधान और स्वास्थ्य विभाग की टीम आपके साथ होगी. आपकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा. वहीं, उन्होंने कहा कि पौराणिक जल स्रोतों को सुधारने का काम भी मौजूदा सरकार द्वारा किया जाएगा.
'बर्फबारी की वजह से सीएम सुक्खू नहीं पहुंच पाए': मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा बिट्टू ने बताया कि खुद सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने यहां व्यवस्था का जायजा लेने के लिए आना था लेकिन वह श्रीनगर में भारत जोड़ो यात्रा में गए थे. वहां पर बर्फबारी होने की वजह से उनकी उड़ान रद्द हो गई है. जिस वजह से वह यहां नहीं पहुंच सकते. लेकिन वह यहां की पल पल की खबर ले रहे हैं और उन्होंने ही आदेश दिए हैं कि हर व्यक्ति की सुरक्षा का ध्यान रखा जाए.
दूषित पानी की वजह से डायरिया फैलने की आशंका: माना यही जा रहा है कि दूषित पानी की वजह से यह डायरिया फैला है जिसके चलते लोग उल्टी-दस्त और हल्के बुखार का शिकार हो रहे हैं. जिसके बाद संबंधित क्षेत्र की पेयजल योजनाओं का जल दूषित होने की आशंका के चलते जल शक्ति विभाग ने पानी की सप्लाई बंद कर दी है. जल शक्ति विभाग द्वारा पानी के सैंपल डिटेल जांच के लिए कंडाघाट स्थित लैब में भेजे गए हैं इसके अलावा पानी के कुछ सैंपल एनआईटी हमीरपुर में स्थित लैब में भी जांच के लिए भेजे गए हैं. सैंपल की डिटेल रिपोर्ट अभी नहीं आई है. जैसे ही रिपोर्ट आएगी उसके बाद ही असल कारण का पता चल पाएगा.
स्वास्थ्य विभाग ने दी पानी उबालकर पीने की सलाह: बताया जा रहा है कि रंगस, कंडरोला और जोल सप्पड़ पंचायतों में अधिकतर लोग बीमार हुए हैं. जिला स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित गांव के लिए टीमें भेजी हैं जो नजर बनाए हुए है. विभाग की टीमें घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर रही है. लोगों को इस बीमारी से बचाने के लिए पानी उबालकर पीने की सलाह दी जा रही है.
विभागीय लापरवाही की बात आ रही सामने: उल्टी दस्त की वजह से प्रारंभिक तौर पर यह माना जा रहा है कि यह जल जनित रोग है और पेयजल योजना में पानी को खड्ड से उठाकर सीधा सप्लाई किया जा रहा है जिससे लोग बीमार हुए हैं. पेयजल योजना के जरिए इस तरह से पानी वितरित करने का कार्य पिछले कई महीनों से किया जा रहा है, लेकिन एकाएक लोगों के बीमार होने से अब पानी के दूषित होने की आशंका जताई जा रही है. फिलहाल पेयजल सप्लाई बंद करने के चलते योजनाओं की स्टोरेज टैंक की साफ सफाई कर ली गई है और इनमें क्लोरिनेशन भी की गई है.
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