हमीरपुर: हिमाचल के हमीरपुर जिले में सरकारी स्कूलों के विभागीय निरीक्षण में चिंताजनक व हैरान कर देने वाले तथ्य सामने आए हैं. जिले के एक मिडिल स्कूल में चार बच्चों को पढ़ाने के लिए चार अध्यापक तैनात हैं. इसके बावजूद यह बच्चों का शिक्षा का स्तर बेहद ही निराशाजनक है.
लर्निंग आउटकम के हिसाब से यह बच्चे सबसे निचले पायदान पर हैं. निरीक्षण में यह भी सामने आया है कि स्कूल में तैनात अध्यापकों ने बच्चों की नोट बुक पर गलतियों में सुधार करने की बजाए औपचारिकता निभाते हुए हस्ताक्षर कर दिए हैं. अध्यापकों की इस कारगुजारी पर प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक हमीरपुर कुलदीप कुमार ने कड़ी फटकार लगाई है. वह निरीक्षण के रिपोर्ट को जल्द ही निदेशालय को प्रेषित करेंगे. जिससे स्कूल में तैनात लापरवाहअध्यापकों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है.
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बताया जा रहा है कि बच्चे उपनिदेशक के एक भी सवाल का संतोषजनक जवाब नहीं दे सके. वहीं जब उन्होंने बच्चों की नोट बुक को चेक की तो उसमें भी शिक्षकों ने गलतियों में सुधार किए बिना ही हस्ताक्षर कर दिए थे. वहीं स्कूल में पढ़ रहे बच्चों का लर्निंग आउट कम सबसे निचले पायदान का पाया गया है. इसके अलावा उपनिदेशक ने तीन अन्य प्राथमिक पाठशाला का भी निरीक्षण किया है, लेकिन इन स्कूलों में शिक्षा का स्तर सही पाया गया है.
बता दें कि प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए कई योजनाएं चलाई हैं. अध्यापकों को ट्रेनिंग देकर पढ़ाने के आधुनिक तरीके बताए जा रहे हैं लेकिन धरातल पर प्रदेश सरकार के दावे हवाई ही साबित हो रहे हैं.
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