हमीरपुर: भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी ने सोमवार को देश बचाने को लेकर हमीरपुर में विरोध-प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में सीपीआईएम के साथ सीटू, किसान सभा, एसएफआई, नौजवान सभा और महिला समिति के लोग भी शामिल हुए.
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ खूब नारेबाजी की और स्वास्थ्य, परिवहन, बिजली व पानी से जुड़ी सेवाओं को निजी हाथों में सौंपने का विरोध किया. सीपीआईएम के नेता कश्मीर ठाकुर ने कहा कि देश में कोरोना महामारी विकराल रूप धारण करती जा रही है. ऐसे समय में मोदी सरकार देश को बेचने पर तुली हुई है.
कश्मीर ठाकुर ने कहा कि जनता की खून पसीने की कमाई से निर्मित सरकारी संस्थानों को कुछ मुठ्ठीभर कॉरपोरेट घरानों को बेचा जा रहा है. इसके साथ नई शिक्षा नीति सार्वजनिक शिक्षा को खत्म करके निजी स्वामित्व की शिक्षा व्यवस्था करने का ही प्रारूप है.
सीटू नेताओं का कहना है कि कोरोना की आड़ में भूमि अधिग्रहण बिल को चोरी छिपे लाया जा रहा है और किसानों की भूमि को जबरन छीनने का रास्ता निकाला जा रहा है. अब कंपनियों को खाद्य उत्पादों के दाम तय करने के अधिकार दे दिए हैं. साथ ही आवश्यक वस्तुओं की निश्चित भंडारण की सीमा को भी खत्म कर दिया है, जिससे किसानों को उचित दाम नहीं मिलेगा और महंगाई बढ़ेगी.
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